उन्होंने कहा कि प्याज की कीमतों में अचानक गुरुवार से गिरावट आना शुरु हुआ। उन्होंने कहा, 'सही कारण का अभी भी पता नहीं है। ऐसा माना जाता है कि प्याज के व्यापारियों पर आयकर के छापे की खबरों तथा प्याज के आयात में वृद्धि के भी कारण प्याज की कीमतों में गिरावट आई।'
सहकारिता सोसायटी जिले में थोक बिक्री मंडियों का विनियमन करती हैं। गौरतलब है कि प्याज की नई फसल के बेहतर होने की उम्मीदों के बावजूद देश में प्याज के सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में प्याज का थोक बिक्री मूल्य पिछले एक महीने में सट्टेबाजी के कारण काफी बढ़ा है। जिसके कारण देश के अधिकांश भागों में प्याज की खुदरा कीमतें भी बढ़ गई। (भाषा)