रिलायंस लघु और मध्यम उद्यमों (एसएमई) की सहायता के लिए एक इको-सिस्टम विकसित करेगा और उद्यमियों को नई प्रौद्योगिकियों और इनोवेशंस को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे अक्षय ऊर्जा और ग्रीन हाइड्रोजन का बेहतर उपयोग हो सके।
रिलायंस ने एक वक्तव्य में कहा है कि कंपनी की डीकार्बोनाइजेशन और ग्रीन इको-सिस्टम की पहल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से प्रेरित है। रिलायंस ने कच्छ, बनासकांठा और धोलेरा में 100 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा बिजली परियोजना के लिए भूमि की तलाश शुरू कर दी है।
कंपनी ने प्रशासन से कच्छ में 4.5 लाख एकड़ जमीन की मांग की है। रिलायंस इस एनर्जी प्रोजेक्ट में 60 हजार करोड़ का निवेश करेगी। इसके अलावा रिलायंस द्वारा मौजूदा परियोजनाओं और नए उपक्रमों में अगले 3 से 5 वर्षों में 25,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
रिलायंस ने 3 से 5 वर्षों में जियो नेटवर्क को 5G में अपग्रेड करने के लिए 7,500 करोड़ रुपए और रिलायंस रिटेल में 5 वर्षों में 3,000 करोड़ रुपए का निवेश करने का भी प्रस्ताव दिया है।