फेड रिजर्व की ब्याज दर बढ़ोतरी के संकेत से गिरा बाजार

शुक्रवार, 19 अगस्त 2016 (17:29 IST)
मुंबई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में शीघ्र बढ़ोतरी करने के संकेत से वहां बेहतर रिटर्न पाने की उम्मीद में विदेशी निवेशकों की स्थानीय स्तर पर की गई बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी गिरकर बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 46.44 अंक अर्थात 0.17 फीसदी उतरकर 28,077 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 6.35 अंक यानी 0.07 फीसदी फिसलकर 8,666.90 अंक पर रहा।
 
न्यूयॉर्क स्थित फेड रिजर्व के अध्यक्ष विलियम डुडली और सैन फ्रांसिस्को फेड रिजर्व अध्यक्ष जॉन विलियम्स ने सितंबर में ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने की उम्मीद जताई है। इससे निवेश धारणा कमजोर पड़ने से सेंसेक्स और निफ्टी पर दबाव पड़ा। 
 
हालांकि अकेले एसबीआई के 4 प्रतिशत से अधिक चढ़ने से बाजार की गिरावट पर अंकुश लगा। देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक स्टेट बैंक की मुख्य वित्त अधिकारी अंशुला कांत के उस बयान से एसबीआई के शेयरों में जमकर लिवाली हुई जिसमें उन्होंने कहा कि एसबीआई में उसके अनुषंगी बैंकों एवं महिला बैंक के विलय से वह दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में शामिल हो जाएगा।
 
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 44.22 अंक की बढ़त लेकर 28,167.66 अंक पर खुला और मजबूत लिवाली के सहारे कुछ देर बाद ही 28,212.30 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसके बाद बिकवाली शुरू होने से लगातार गिरता हुआ दोपहर बाद 28,026.12 अंक के न्यूनतम स्तर तक लुढ़क गया। अंत में थोड़ा संभलते हुए पिछले दिवस के 28,123.44 अंक की तुलना में 46.44 अंक नीचे 28,077 अंक पर रहा।
 
निफ्टी की शुरुआत भी मजबूत रही और यह 21.05 अंक बढ़कर 8,694.30 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर थोड़ी देर बाद 8,696.60 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ। बिकवाली के दबाव में बीच सत्र बाद यह 8,647.10 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अंत में गत दिवस के 8,673.25 अंक के मुकाबले 6.35 अंक फिसलकर 8,666.90 अंक पर बंद हुआ। 
 
बड़ी कंपनियों के विपरीत बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों में निवेश धारणा मजबूत रही जिससे बाजार और अधिक गिरने से बचा। मिडकैप 0.52 फीसदी चढ़कर 13,035.17 अंक और स्मॉलकैप 0.45 फीसदी उठकर 12,459.46 अंक पर बंद हुआ।
 
बीएसई में कुल 2,890 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1242 में गिरावट और 1469 में तेजी रही जबकि 179 के भाव अपरिवर्तित रहे। (वार्ता) 

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