नई दिल्ली। संकटग्रस्त बजट एयरलाइंस स्पाइसजेट में ‘स्वामित्व’ की स्थिति बदल सकती है। उद्योग सूत्रों का कहना है कि भारतीय और विदेशी निवेशक नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइंस की वित्तीय स्थिति की जांच कर रहे हैं। यदि ये निवेशक विमानन कंपनी में 1,200 करोड़ रुपए का निवेश कर उल्लेखनीय हिस्सेदारी लेने को राजी हो जाते हैं, तो इसमें ‘स्वामित्व या प्रबंधन’ की स्थिति बदल सकती है।
यदि यह निवेश हो जाता है, एयरलाइंस का नियंत्रण कलानिधि मारन के हाथों से संभावित निवेशकों के पास चला जाएगा। हालांकि वे और उनका सन समूह स्पाइसजेट के अल्पांश शेयरधारक बने रहेंगे। मारन के पास सन समूह के साथ फिलहाल इसकी 53.48 प्रतिशत हिस्सेदारी है।