मुंबई। अधिकतर एशियाई बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मतदान से कमजोर हुई निवेश धारणा से हुई बिकवाली के दबाव में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 22.21 अंक लुढ़ककर 36,351.23 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी भी 23.35 अंक फिसलकर 10,957.10 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स तेजी के साथ 36,509.08 अंक खुला। कारोबार के दौरान यह 36,515.58 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर और 36,279.33 अंक के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.06 फीसदी की गिरावट में 36,351.23 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 17 कंपनियां तेजी में और 13 गिरावट में रहीं।
निफ्टी भी तेजी के साथ 10,999.50 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 11,006.50 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर और 10,935.45 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.21 फीसदी की गिरावट में 10,957.10 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 28 कंपनियां लाल निशान में और 21 हरे निशान में रहीं जबकि एक कंपनी के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
विश्लेषकों ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के कारण निवेशकों का उत्साह ठंडा पड़ा हुआ है। तेल एवं गैस क्षेत्र में काम कर रही सरकारी कंपनियों को राहत देते हुए सरकार द्वारा उत्पादन साझेदारी समझौते के मॉड्यूल तथा हाइड्रोकार्बन ब्लॉकों के लिए कर संबंधी नियमों में सुधारों की घोषणा करने से तेल एवं गैस समूह में तेजी रही।
आईटी सेवा प्रदाता कंपनी इंफोसिस ने बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के साथ कोनप्पाना अग्रहारा स्टेशन के निर्माण और उसके रखरखाव का समझौता किया है जिसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। समाज सेवा से जुड़ी इंफोसिस की इकाई अगले 30 साल तक इस मेट्रो स्टेशन की देखरेख करेगी। इस स्टेशन के वर्ष 2021 से शुरू होने का अनुमान है।
दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा छोटी और मंझोली कंपनियों में अधिक बिकवाली हुई। बीएसई का मिडकैप 0.63 प्रतिशत यानी 95.41 अंक लुढ़ककर 15,085.94 अंक पर और स्मॉलकैप एक प्रतिशत यानी 157.44 अंक फिसलकर 15,657.22 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 2,727 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 146 कंपनियों के शेयर अपरिवर्तित रहे जबकि 1,754 में गिरावट और 827 में तेजी रही। (वार्ता)