वॉशिंगटन। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर डी सुब्बाराव अगले महीने यहां अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के एक सम्मेलन में शामिल होंगे। इस सम्मेलन में वैश्विक वित्तीय संकट के बाद सरकारों द्वारा अपनाई जाने वाली नीतियों पर चर्चा की जाएगी।
आईएमएफ के मुताबिक इस सम्मेलन में विश्वभर के प्रमुख आर्थिक विशेषज्ञ और नीति-निर्माता जुटेंगे। साथ ही इसमें गैरसरकारी और निजी क्षेत्र के संगठनों के प्रतिनिधि व मीडिया जगत के लोग भी हिस्सा लेंगे।
आईएमएफ के मुख्यालय वॉशिंगटन डीसी में 16-17 अप्रैल को होने वाले इस सम्मेलन का शीषर्क है- ‘वृहत् आर्थिक नीति-2 पर पुनर्विचार : पहले कदम और प्रारंभिक सीख।’ सुब्बाराव 17 अप्रैल को पूंजी खाता प्रबंधन पर आयोजित सत्र की अध्यक्षता करेंगे। इस सत्र में मुख्य रूप से पूंजी के प्रवाह पर नियंत्रण, आरक्षित कोष और नकदी के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रावधानों पर चर्चा होगी।
इस सम्मेलन में जार्ज ऐकरलॉफ (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय और आईएमएफ), ओलिवियर ब्लैंचार्ड (एमआईटी, आईएमएफ), डेविड रोमर (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय) और जोसफ स्टिग्लिज (कोलंबिया विश्वविद्यालय) भी शामिल होंगे। यह सम्मेलन वैश्विक आर्थिक नरमी और विकसित व विकासशील देशों की अलग-अलग नीतियों के मद्देनजर आयोजित किया जा रहा है। (भाषा)