युवा आज ऐसे क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं जिसमें उन्हें बड़े वेतन के साथ ही सम्मान भी मिले। ऐसा ही एक करियर क्षेत्र है डेटा साइंटिस्ट का। जहां रोजगार के कई क्षेत्रों में पिछले वर्षों में कमी देखी गई, वहीं बीते 1 वर्ष में इस क्षेत्र में मांग 100 नहीं, बल्कि 417 प्रतिशत बढ़ी है। देश के साथ ही दुनियाभर में डेटा साइंटिस्ट की मांग बढ़ रही है। आइए जानते हैं कि आप कैसे डेटा साइंटिस्ट बन सकते हैं और क्या होता है डेटा साइंटिस्ट?
किसी कंपनी के लिए डेटा एनालिसिस का काम जो व्यक्ति करता है उसे डेटा साइंटिस्ट कहा जाता है। कंपनियां अपने बिजनेस की ग्रोथ के लिए डेटा एनालिसिस करवाती हैं। डेटा एनालिसिस को 3 भागों में बांटा जा सकता है। पहले भाग में डेटा जुटाया और उसे स्टोर किया जाता है। दूसरे भाग में डेटा की पैकेजिंग की जाती है और तीसरे भाग में डेटा की डिलीवरी की जाती है।
ऐसे बना जा सकता है डेटा साइंटिस्ट : डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए मैथ्स, कम्प्यूटर साइंस, एप्लाइड साइंस, इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक और एमएस की डिग्री होनी जरूरी है। इसके अलावा आपको स्टेटिस्टिकल मॉडलिंग और प्रोबेबिलिटी का ज्ञान भी होना चाहिए। साथ ही आपको पाइथन, जावा, आर, एसएएस जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की समझ भी होनी चाहिए।
इन कंपनियों में है डेटा साइंटिस्ट की मांग : कई बड़ी कंपनियों जैसे गूगल, अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, ईबे, लिंक्डइन, फेसबुक और ट्विटर आदि को डेटा साइंटिस्ट की आवश्यकता रहती है। डेटा साइंटिस्ट डेटाबेस एंड इन्फॉर्मेशन इंटिग्रेशन, क्लाउड कम्प्यूटिंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, सोशल एंड इन्फॉर्मेशन नेटवर्क, वेब इन्फॉर्मेशन एक्सेस, डेटा/ बिजनेस एनालिसिस फील्ड में डेटा साइंटिस्ट की मांग रहती है।
औसत वेतन करीब 76 लाख रुपए : डेटा साइंटिस्ट की सैलरी उसके अनुभव के आधार पर मिलती है। अगर औसत वेतन की बात की जाए तो डेटा साइंटिस्ट की औसत सैलरी करीब 76 लाख रुपए वार्षिक होती है। हालांकि शुरुआत में 8 से 10 लाख की सैलरी ही मिलती है।
इन इंस्टीटयूट से कर सकते हैं पढ़ाई : डेटा साइंटिस्ट की पढ़ाई के लिए देश में कई बड़े इंस्टीटयूट हैं, जहां से इसकी पढ़ाई की जा सकती है-