पाकिस्तान की खिताबी जीत के सूत्रधार आक्रामक हरफनमौला शाहिद अफरीदी ने क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले एक बार राष्ट्रीय टीम का कप्तान बनने की इच्छा जताई है और उन्हें जल्दी ही यह मौका मिल सकता है।
श्रीलंका के खिलाफ लॉर्ड्स पर फाइनल में 40 गेंद में 54 रन बनाने वाले अफरीदी का सपना सच हो सकता है क्योंकि यूनिस खान ने टी20 क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा कर दी है। बल्ले और गेंद से अपना फॉर्म हासिल करने वाले अफरीदी का नया कप्तान बनना तय लग रहा है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया फिलहाल शोएब मलिक किसी भी स्तर पर कप्तान नहीं बन सकते लिहाजा अफरीदी का पाकिस्तान की टी-20 टीम की कमान संभालना तय लग रहा है। उसने एक सीनियर खिलाड़ी की जिम्मेदारी बखूबी निभाई है।
यदि अफरीदी कप्तान बनते हैं तो उन्हें पहला मैच 12 अगस्त को श्रीलंका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर ही खेलना है। ऐसे भी संकेत हैं कि यदि यूनिस वनडे क्रिकेट से भी संन्यास लेते हैं तो अफरीदी को उसकी भी कमान सौंपी जा सकती है। अधिकारी ने कहा वैसे अभी इसकी संभावना नहीं लग रही क्योंकि यूनिस 2011 विश्व कप खेलना चाहते हैं।
राष्ट्रीय टीम की कप्तानी की ख्वाहिश के बारे में पूछने पर अफरीदी ने एक उर्दू दैनिक से कहा था यह मेरा सपना है क्योंकि राष्ट्रीय टीम की कप्तानी फख्र की बात है। अफरीदी ने स्वीकार किया था कि पिछले दो साल में जब उनके बल्ले से रन नहीं बन रहे थे तो वह इतने निराश हो गए थे कि संन्यास लेने का मन बना लिया था।
उन्होंने कहा लेकिन गेंदबाजी के जरिये मेरी उम्मीद कायम रही। मैं खेलता रहा और खुशी है कि इस टूर्नामेंट में बल्लेबाजी भी चल निकली। अफरीदी ने कहा मैने यूनिस से कहा कि बल्लेबाजी में ऊपरी क्रम पर उतरूँगा क्योंकि मुझे क्रीज पर जमने के लिएसमय नहीं मिल रहा है। मुझ पर आते ही तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि यदि मुझे पूरा भरोसा है तो मैं ऊपरी क्रम पर ही खेलूँगा।