आंसू बनकर बहा विनोद कांबली का दर्द

गुरुवार, 17 नवंबर 2011 (22:18 IST)
1996 के विश्वकप में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे विनोद कांबली ने गुरुवार की देर शाम सेमीफाइनल मैच में श्रीलंका के साथ फिक्सिंग का जो सनसनीखेज खुलासा किया है, उसके कारण कई क्रिकेटरों की रातों की नींद उड़ जाएगी। आंसुओं में डूबे कांबली ने कहा कि इस विश्वकप के बाद मेरा करियर बरबाद हो गया। कांबली ने कहा कि जिस तरह 22 रन के भीतर 6 विकेट गिरे, उसके कारण मैं इस सेमीफाइनल मैच को शक की नजर से देख रहा हूं।

स्टार टीवी पर क्रिकेट मैचों पर बेबाक टिप्पणी करने वाले मुंबई के विनोद कांबली अपनी व्यथा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लोगों को डर था कि मैं क्रिकेट में चल रही इस फिक्सिंग को उजागर कर दूंगा, इसीलिए मुझे टीम से बाहर कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि मुझ पर तरह-तरह के आरोप लगे कि कि मैं रात को देर से आता हूं, रात में पार्टी करता हूं। विश्वकप के सेमीफाइनल में जब हम हार गए थे, तब भी मुझ पर ये आरोप लगा कि मैंने क्लाइव लॉयड को गालियां बकी, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ था।

उन्होंने कहा वास्तव में मैं बहुत दु:खी था क्योंकि हम सेमीफाइनल हारकर विश्वकप से बाहर हो गए थे, लेकिन आज जब मैं मैच फिक्स किए जाने पर शक का खुलासा कर रहा हूं तो लग रहा है कि 15 साल से जिस बोझ को लेकर मैं जी रहा था, वह बोझ अब उतर गया है, मैं हलका हो गया हूं।

कांबली गद्दार नहीं हो सकता : कांबली ने कहा कि मैं हमेशा देश के लिए खेला और मैं कभी भी अपने देश से गद्दारी नहीं कर सकता। 1996 के विश्वकप सेमीफाइनल में जब श्रीलंका को जीत दे दी गई, तब मैं रोता हुआ ड्रेसिंग रूम में आया। मेरे साथ पूरी टीम रो रही थी लेकिन मैं नहीं जानता कि कौन घड़ियाली आंसू बहा रहा था। हर भारतीय की तरह मेरा भी विश्वकप जीतने का सपना था लेकिन वह सपना टूट चुका था। जब भी विश्वकप आता है, मुझे पुरानी बातें आंखों के सामने घूम जाती है।

कप्तान और मैनेजर में हुआ था विवाद : कांबली ने कहा कि कोलकाता के ईडन गार्डन पर कप्तान अजहर ने जब श्रीलंका के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से ठीक एक दिन पहले केवल 15 मिनट का प्रेक्टिस सेशन खत्म करके होटल जाने को कहा तो पूरी टीम सन्न रह गई। कप्तान और मैनेजर वाडेकर के बीच विवाद हुआ। अजहर किसी निजी काम से रवाना हो गए जबकि वाडेकर मुंबई जाने की तैयारी करने लगे। कांबली के मुताबिक मैंने और सचिन ने जाकर किसी तरह उन्हें मनाया और अगले दिन के मैच के होने तक रुकने का कहा। वाडेकर हमारी बात मान गए।

फिक्सिंग के बाद लगा प्रतिबंध : 2000 में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोन्ये के मैच फिक्सिंग में शामिल होने का खुलासा जब हुआ तब कई बड़े-बड़े क्रिकेटरों के नाम सामने आए। भारत के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, अजय जडेजा, अजय शर्मा, नयन मोगिंया और मनोज प्रभाकर के दामन पर दाग लगे। अजहर, प्रभाकर, जडेजा पर आजीवन प्रतिबंध लगा तो मोगिंया पाक साफ बचे। जडेजा ने प्रतिबंध को चुनौती दी और 2003 में वे आजाद हुए। (वेबदुनिया न्यूज)

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