आईपीएल का यह संस्करण युवाओं के लिए सौगातें लेकर आया है। भारतीय टीम को वेस्टइंडीज का दौरा करना है, इस वजह से टीम में नई जगह बनेगी। क्रिकेट इन दिनों साल भर चलने वाला खेल हो गया है इसलिए सिर्फ 15 खिलाड़ियों से कुछ नहीं होगा, नई माँग आएगी, नए खिलाड़ियों को मौका मिलेगा, ज्यादा क्रिकेट होगा और अधिक क्रिकेटर सामने आएँगे।
इनमें भी ज्यादा अवसर गेंदबाजों, ऑलराउंडरों तथा विकेटकीपरों के लिए हैं। भारत के पास बल्लेबाजों का अच्छा भंडार है। अनुभवी राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण अभी खेल रहे हैं और युवा चेतेश्वर पुजारा, शिखर धवन, सौरभ तिवारी, मनीष पांडे तथा रोहित शर्मा को भूला नहीं जा सकता है जबकि गौतम गंभीर, विराट कोहली तथा सुरेश रैना पूरे समय टीम में बने रहना चाहते हैं।
ईशांत शर्मा, इरफान पठान, प्रज्ञान ओझा तथा अमित मिश्रा पुरानी स्थिति हासिल करने के लिए जोर लगा रहे हैं। मनप्रीत गोनी और अभिषेक नायर, अशोक डिंडा तथा उमेश यादव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इनके अलावा झारखंड के युवा वरुण ऐरोन अपनी गति से सुर्खियाँ बटोर रहे हैं। पार्थिव पटेल भी टीम में वापसी के लिए दरवाजे खटखटा रहे हैं।
विश्वकप की जीत के मद्देनजर ये सभी युवा भी दोगुने जोश के साथ पुनः मुख्य धारा में आना चाहेंगे। वे अपने हीरोज के साथ राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनने के लिए जोर लगाएँगे, इस वजह से इस बार के आईपीएल में ज्यादा प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।
आईपीएल में इस बार काफी कुछ नया होगा, खिलाड़ियों की टीमें बदल गई हैं। गंभीर के पास नई चुनौती होगी, जहीर खान चैलेंजर्स का हिस्सा होंगे। युवराज तथा कुमार संगकारा की टीमें बदल चुकी हैं। विदेशों से भी नए खिलाड़ी इसमें शामिल होंगे जिनमें से अधिकांश के बारे में कोई नहीं जानता है।
विश्वकप की जीत से भारतीय जनता में क्रिकेट के प्रति उत्साह का वातावरण है जिसका आईपीएल को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।