आचार संहिता विवाद का विश्व कप पर असर नहीं

गुरुवार, 13 मई 2010 (18:49 IST)
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विश्व कप 2011 के टूर्नामेंट निदेशक रत्नाकर शेट्टी का मानना है कि विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी की आचार संहिता में 'ठहरने के स्थान' के विवादित प्रावधान पर क्रिकेट अधिकारियों और वाडा के बीच विवाद का असर टूर्नामेंट पर नहीं पड़ेगा।

बीसीसीआई के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी शेट्टी ने एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे कोई समस्या नजर नहीं आती। वाडा ने आईसीसी से कहा कि यह उनकी समस्या है और इससे उन्हें निपटना होगा। क्रिकेट बोर्ड ने ठहरने के स्थान वाले प्रावधान पर ऐतराज जताया है, और कुछ नहीं।

उन्होंने कहा कि आईसीसी, वाडा अधिकारी और बीसीसीआई की तीन महीने पहले दुबई में बैठक हुई थी। यह बहुत अच्छी रही और साफ तौर पर कहा गया कि भारत डोप टेस्ट के खिलाफ नहीं है। हमारा ऐतराज सिर्फ ठहरने के स्थान वाले प्रावधान पर है जिसमें चौबीसों घंटे खिलाड़ी को अपना ब्यौरा देना होगा। इसे सुलझाया जा सकता है।

शेट्टी ने कहा हम दूसरे बोर्ड से भी समर्थन माँग रहे हैं। श्रीनिवासन (बोर्ड सचिव) और शशांक मनोहर (बीसीसीआई अध्यक्ष) दूसरे क्रिकेट बोर्ड से भी संपर्क में हैं। आईसीसी को इस समस्या का समाधान जल्दी निकालना होगा। उन्होंने कहा क्रिकेट टीम का खेल है और इसमें टेस्ट के कई मौके मिलेंगे। टूर्नामेंट से पहले भी ऐसा हो सकता है। जो चीज आसानी से सुलझ सकती है, उसके लिए ऐसे कड़े प्रावधान की क्या जरूरत है।

शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों ने इसका विरोध किया है, जिनका मानना है कि इससे उनकी गोपनीयता का हनन होगा और सुरक्षा को खतरा है। बीसीसीआई ने क्रिकेटरों का समर्थन किया है और आईसीसी ने इस प्रावधान को निलंबित कर दिया है।

अगले साल मुंबई में होने वाले विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान के पहुँचने पर किसी समस्या की आशंका के बारे में पूछने पर शेट्टी ने कहा मैं अभी कोई टिप्पणी नहीं करूँगा क्योंकि अभी उसमें बहुत देर है। पाकिस्तान के भारत में खेलने की संभावना तभी है, जब वह फाइनल में पहुँचे। पाकिस्तान के हिस्से के सारे मैच श्रीलंका में होंगे। शिवसेना ने भारतीय सरजमीं खासकर महाराष्ट्र में शिवसेना के खेलने का विरोध किया है। (भाषा)

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