ऑस्ट्रेलिया में अब सभी घरेलू टीमें दो पारियों के वनडे मैच खेलेंगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 45 ओवरों के नए एकदिवसीय फार्मेट को मंजूरी दे दी है लेकिन खिलाड़ियों में इसे लेकर नाराजगी है।
इस वर्ष ऑस्ट्रेलियाई घरेलू टूर्नामेंट के सभी 31 मैचों में अब 45 ओवर डाले जाएँगे, जिसमें हर टीम दो-दो पारियाँ खेलेगी। लेकिन अगले वर्ष भारतीय उपमहाद्वीप में होने वाले क्रिकेट विश्व कप में 50 ओवर के मैच ही खेले जाएँगे। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बोर्ड के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के नए फार्मेट के अनुसार प्रत्येक टीम 20 और 25 ओवरों की दो पारियाँ खेलेगी। दोनों पारियों के पहले पाँच-पाँच ओवरों में फील्डिंग की सीमाएँ लागू होंगी। यदि कोई टीम पहली पारी में बढ़त लेने में कामयाब होती है तो उसे अतिरिक्त अंक मिलेगा, फिर चाहे मैच का अंतिम नतीजा उसके खिलाफ ही क्यों न हो।
नए फार्मेट के तहत गेंदबाजी नियमों में भी बदलाव किए गए हैं। 50 ओवरों के वनडे में जहाँ प्रत्येक गेंदबाज को दस ओवर मिलते हैं, वहीं अब हर गेंदबाज 12 ओवर डाल सकेगा जबकि मौजूदा एक बाउंसर के बजाय अब हर तेज गेंदबाज को एक ओवर में दो बाउंसर डालने की इजाजत होगी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा कि बेशक नया फार्मेट कुछ खिलाड़ियों को नापसंद हो. लेकिन इसे बहुत सोच समझकर बनाया गया है। उन्होंने कहा मैंने क्रिकेट प्रेमियों की राय जानने के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के विशेषज्ञों से भी बात की और यह नया फार्मेट बनाया। अब हम इसे घरेलू मैचों में आजमाना चाहते हैं।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की खेल परिस्थितियों को जाँचने वाले समिति के अनुमोदन के बाद बोर्ड ने शुक्रवार को नए फार्मेट को मंजूरी दे दी। हालाँकि इस समिति के सदस्य मार्श ने इस पूरी प्रक्रिया की आलोचना करते हुए कहा है कि खिलाड़ियों से सही तरह से परामर्श नहीं लिया गया1
मार्श ने कहा जो खिलाड़ी अभी क्रिकेट खेल रहे हैं और खेल की परिस्थितियों से ज्यादा वाकिफ हैं। उन्हें इस प्रक्रिया में शामिल ही नहीं किया गया। निश्चित रूप से इन खिलाड़ियों को निराश हुई होगी। वनडे के सामने आज कई चुनौतियाँ हैं और सब चाहते हैं कि यह आगे बढ़े लेकिन मौजूदा खिलाड़ियों को नहीं लगता कि दो पारी के वनडे मैचों से क्रिकेट का कुछ भला होगा। (वार्ता)