क्रिकेट के अपमान से सचिन दु:खी

बुधवार, 1 सितम्बर 2010 (15:46 IST)
स्टार भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने कहा कि जब लोग इस खेल को अपमानित करते हैं तो उन्हें बहुत दु:ख होता और इससे क्रिकेट पर बुरा असर पड़ता है, जिसे कि हमेशा सही दिशा में आगे बढ़ाना चाहिए।

तेंडुलकर ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों के स्पॉट फिक्सिंग में संलिप्त होने के मामले पर कहा इससे क्रिकेटर और क्रिकेटरों पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह ऐसी चीज है जिसे हर कोई मिटाकर यह सुनिश्चित करना चाहेगा कि क्रिकेट सही दिशा में आगे बढ़े ताकि क्रिकेट को दुनिया भर में फैलाने में मदद मिले।

तेंडुलकर ने 'टाइम्स नाउ' को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनके पिता का उनकी जिंदगी पर काफी प्रभाव रहा। उन्होंने कहामेरे प्रेरणास्रोत मेरे पिताजी थी। उन्होंने मेरी जिंदगी पर बहुत प्रभाव छोड़ा। जब मैं बच्चा था तो मैंने उन्हें देखकर काफी कुछ सीखा। आज मैं जो कुछ हूँ उसमें मेरे परिवार की संस्कृति और मूल्यों का अहम योगदान है। विश्व कप 1999 के दौरान तेंडुलकर के पिता रमेश तेंडुलकर का निधन हो गया था।

उन्होंने कहा कि वह उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर था और यह उनके परिवार की ताकत थी जो वह इस भावनात्मक दौर से आगे बढ़ पाए।

उन्होंने कहा कि यह मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर था। मैं विश्व कप के बीच से ही इंग्लैंड से स्वदेश लौट आया था लेकिन मेरी माँ, पत्नी, भाई और सभी ने मुझसे कहा कि मेरे पिता चाहते थे कि मैं वापस जाकर खेलूँ और मैंने यही किया। संन्यास की अपनी योजना के बारे में तेंडुलकर ने कहा कि उन्होंने अभी इस पर विचार नहीं किया है। (भाषा)

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