अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने हाल में इंग्लैंड में समाप्त हुए ट्वेंटी-20 विश्वकप के दौरान खिलाड़ियों के व्यवहार और मैच अधिकारियों के सकारात्मक प्रभाव की तारीफ की।
आईसीसी मुख्य कार्यकारी हारून लोर्गट ने कहा कि 17 दिवसीय टूर्नामेंट के दौरान 12 पुरुषों और आठ महिला टीमों में से किसी भी खिलाड़ी के खिलाफ एक भी आचार संहिता का मामला नहीं आया। पहली बार पुरुष टूर्नामेंट के साथ महिलाओं की प्रतियोगिता शामिल की गई।
लोर्गट ने कहा कि टूर्नामेंट का जज्बा भी काफी बढ़िया रहा और यही इसकी सबसे अच्छी बात रही। हम क्रिकेट के जज्बे के बारे में काफी बातें करते हैं और यही हमारे खेल के लिए मायने रखता है, लेकिन अंत में यह खिलाड़ियों के व्यवहार पर निर्भर करता है कि वे बढ़िया आचरण करें। मैं इस बात से काफी प्रभावित हूँ कि उन्होंने इसमें काफी बढ़िया योगदान दिया।
लोर्गट ने कहा मुझे लगता है कि हमारे अंपायरों और मैच रैफरियों ने मिलकर इसे बढ़िया टूर्नामेंट बना दिया। वे भी काफी गर्व महसूस कर रहे होंगे।