खुफिया एजेंसी की मदद लेगी आईसीसी

रविवार, 19 सितम्बर 2010 (19:55 IST)
फिक्सिंग के लगातार सामने आ रहे आरोपों से परेशान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अब अपने भ्रष्टाचाररोधी उपायों को दुरुस्त करने के लिए इंग्लैंड की प्रतिष्ठित खुफिया एजेंसी एमआई-6 से तकनीकी सहयोग लेने पर विचार कर रही है।

लार्ड्स टेस्ट मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग की खबर देकर क्रिकेट जगत में तहलका मचा देने वाले अखबार 'द न्यूज ऑफ द वर्ल्ड' ने आज प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इसके अनुसार फिक्सरों और सटोरियों के साथ खिलाड़ियों की होने वाली बातचीत के आँकड़े जुटाने के लिए आईसीसी एमआई-6 के तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ले सकती है।

आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोर्गाट के अनुसार इस वैश्विक संस्था के अधिकारी पिछले तीन सप्ताह से भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा इकाई एसीएसयू के साथ ही सदस्य क्रिकेट बोर्डों और क्रिकेटर संगठनों के साथ चर्चा में जुटे हुए हैं। इनका सबसे बड़ा सिरदर्द यही है कि संचार के आधुनिक साधनों के बढ़ते इस्तेमाल के बीच फिक्सिंग की घटनाओं पर प्रभावी रोक कैसे लगाई जाए।

एसीएसयू के प्रमुख सर रूनी फ्लेनेगान ने भी कहा कि खेल में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए समुन्नत तकनीक का इस्तेमाल करना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि हमें आईफोन, आईपैड, ब्लैकबेरी और सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट के बढ़ते चलन के मद्देनजर हमें इन्हें बेहतर तरीके से समझना होगा। किसी भी निरोधक एजेंसी के लिए यह जरूरी होता है कि वह अपराधियों से एक कदम आगे रहे।

इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेले गए लार्ड्स टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग की अभी जाँच ही चल रही थी कि शुक्रवार को इन्हीं दोनों टीमों के बीच ओवल में खेले गए तीसरे वनडे मैच में भी स्पॉट फिक्सिंग के आरोप सामने आ गए हैं। आईसीसी ने इस मैच की भी विस्तृत जाँच कराने के संकेत दिए हैं।

हालाँकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इन आरोपों को पूरी तरह बकवास करार दिया है। पीसीबी के कानूनी सलाहकार तफज्जुल रिजवी ने कहा कि इस समय हम इन ताजा आरोपों पर कतई यकीन नहीं कर सकते कि हमारे खिलाड़ियों ने तीसरे वनडे में कोई फिक्सिंग की थी।

इंगलैंड के एक अखबार 'द सन' ने दावा किया है कि ओवल वनडे के दौरान पाकिस्तानी पारी ठीक उसी तरीके से आगे बढ़ी जिसके बारे में सूचना एक सटोरिए के जरिए एसीएसयू को पहले ही मिल चुकी थी। हालाँकि इस मैच का नतीजा फिक्स नहीं था, लेकिन पाक पारी के दौरान स्कोर का पैटर्न पूर्व सूचना पर ही आधारित पाया गया।

लेकिन पाकिस्तान के कप्तान शाहिद अफरीदी ने इस रिपोर्ट पर आश्चर्य जताते हुए जियो सुपर चैनल से कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि इस तरह के आरोपों से टीम को दबाव में लाने का प्रयास किया जा रहा है। यदि किसी के पास इस मैच में कुछ गलत होने के प्रमाण हैं तो वे आरोप लगाने से पहले प्रमाण पेश करें।

इससे पहले लार्ड्स टेस्ट के दौरान तेज गेंदबाजों मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ ने जानबूझकर नोबॉल फेंकी थी। इसे स्पॉट फिक्सिंग का मामला मानते हुए आईसीसी ने आमिर और आसिफ के साथ पाक टीम के टेस्ट कप्तान सलमान बट्ट को भी निलंबित कर दिया है। इस मामले की जाँच स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस कर रही है। (वार्ता)

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