टीम इंडिया 3-0 से जीतेगी-प्रसन्ना

रविवार, 22 मार्च 2009 (14:28 IST)
न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्तमान टेस्ट श्रृंखला में टीम इंडिया की 3-0 से जीत की भविष्यवाणी करते हुए 41 साल पहले कीवी सरजमीं पर आखिरी बार जीत दर्ज करने वाली टीम का हिस्सा रहे चंदू बोर्डे और ईरापल्ली प्रसन्ना ने कहा है कि शानदार फॉर्म में दिख रहे सचिन तेंडुलकर इसमें सूत्रधार की भूमिका निभाएँगे।

भारत ने पहले टेस्ट में चौथे ही दिन शनिवार को न्यूजीलैंड को दस विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में ।-0 से बढ़त बना ली। भारत ने अजित वाडेकर की अगुआई में 1968 की श्रृंखला जीतने के अलावा कीवी धरती पर कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है।

उस दौरे पर चार टेस्ट में 25 विकेट लेने वाले प्रसन्ना ने इसे बेहतरीन प्रदर्शन करार देते हुए कहा कि भारतीय खिलाड़ियों खासकर बल्लेबाजों के मौजूदा फार्म और न्यूजीलैंड के अनुभवहीन आक्रमण को देखते हुए अगर कहा जाए कि धोनी की टीम 3-0 से जीतेगी, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।

वहीं उस श्रृंखला में 242 रन बनाने वाले बोर्डे ने कहा कि मुझे इसमें कोई शक नहीं कि जीत भारत की ही होगी। टीम बेहद संतुलित हैं और इस समय दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से हैं। दोनों ने तेंडुलकर की खासतौर पर तारीफ करते हुए कहा कि इस समय वे अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिख रहे हैं और जीत में अहम भूमिका आगे भी निभाएँगे।

प्रसन्ना ने कहा कि जो खिलाड़ी 35 बरस की उम्र में जीत के सूत्रधार की भूमिका निभा रहा हो उसके संन्यास के बारे में तो सोचना भी मूर्खता होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम अभी सचिन के बिना खेलने के लिए तैयार नहीं है और यह इस मैच से फिर साबित हो गया है।

बोर्डे ने कहा कि मौजूदा टीम सभी विभागों में संतुलित है और विदेश में जीत दर्ज करने से इसका हौसला बढ़ा है। इसके अलावा सचिन तो ट्रंपकार्ड हैं ही।

भारत की मशहूर स्पिन चौकड़ी के अहम सदस्य रहे प्रसन्ना ने हरभजनसिंह की भी तारीफ करते हुए कहा कि यह ऑफ स्पिनर अब विदेशी सरजमीं पर अपनी उपयोगिता साबित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि हरभजन से मेरी पहले यह शिकायत थी कि वे विकेट नहीं ले पाते हैं लेकिन पहले टेस्ट में उन्हें छह विकेट लेते देखना सुखद रहा। मुझे इसका अनुभव है कि कीवी पिचों पर स्पिनर को कितनी मेहनत करनी होती है।

ऑफ स्पिनर प्रसन्ना ने 1968 के न्यूजीलैंड दौरे पर डुनेडिन में पहले ही टेस्ट में 94 रन देकर एक पारी में छह विकेट चटकाए थे। उन्होंने भारतीय गेंदबाजी में और सुधार पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय टीम मजबूत है, लेकिन गेंदबाजी में और सुधार लाना होगा।

बोर्डे ने बताया कि 40 बरस में न्यूजीलैंड की पिचों और हालात में भी काफी बदलाव आ गया है, जिससे भारतीय टीम को फायदा मिला।

उन्होंने कहा कि पहले वहाँ विकेट सिर्फ तेज गेंदबाजों के मददगार होते थे, लेकिन अब दो-तीन सत्र के बाद वे बल्लेबाजों के लिए भी आसान हो गए हैं। इसके अलावा अब वहाँ विकेट पर कवर होते हैं, जिससे बारिश के कारण नमी नहीं रह पाती जबकि पहले ऐसा नहीं था।

कप्तान महेंद्रसिंह धोनी की खासतौर पर तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वे विचारशील कप्तान हैं और अनुभव बढ़ने के साथ प्रयोगधर्मिता से भी नहीं हिचकिचाते हैं।

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