वेस्टइंडीज के कप्तान क्रिस गेल और श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा ने श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि दाएँ हाथ के इस बल्लेबाज की बेजोड़ पारी ने ट्वेंटी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में मुख्य अंतर पैदा किया। दिलशान ने नाबाद 96 रन बनाकर अकेले दम पर श्रीलंका का स्कोर पाँच विकेट पर 158 रन तक पहुँचाया।
संगकारा ने कहा कि मेरे पास दिलशान के लिए कोई विशेषण ही नहीं बचा है। इस ट्वेंटी-20 विश्व कप में स्ट्रोक जमाने में उनका कोई सानी नहीं है। हमारे लिए सबसे अच्छी बात यह है कि पिछले डेढ़ साल में उन्होंने टीम में अपनी भूमिका समझी और वे अब अधिक जिम्मेदार और परिपक्व बन गए हैं।
वेस्टइंडीज के कप्तान गेल ने यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं दिखाई कि दिलशान की पारी ने उनसे मैच छीना। उन्होंने कहा कि हमने खराब गेंदबाजी नहीं की लेकिन दिलशान ने बेजोड़ पारी खेलकर हमारे हाथ से मैच छीन लिया। श्रीलंकाई बल्लेबाजों में से केवल वे ही रन बना पाए। इस तरह के प्रारूप में एक खिलाड़ी मैच का पाँसा पलट सकता है और उन्होंने आज यही काम किया।
दूसरी तरफ मैन ऑफ द मैच दिलशान ने कहा कि वे अंत तक क्रीज पर टिके रहना चाहते थे। उन्होंने कहा कि जब मैंने शुरुआत की तो मैं अंत तक क्रीज पर बने रहना चाहता था। मैं पिछले छह महीने से अच्छी फार्म में हूँ और मैं इसे बरकरार रखना चाहता हूँ।
संगकारा ने एंजेलो मैथ्यूज की भी प्रशंसा की, जिन्होंने अपने पहले ओवर में तीन विकेट लेकर वेस्टइंडीज को दबाव में ला दिया। उन्होंने कहा कि एक शानदार पारी और फिर एंजेलो मैथ्यूज का पहला ओवर। आप पहले ओवर में इससे अधिक की अपेक्षा कर ही नहीं सकते। एक बार जब हमने पहले छह ओवर निकाल दिए तो फिर हमारे पास मेंडिस और मुथैया मुरलीधरन थे।
संगकारा ने कहा कि गेंद बल्ले पर नहीं आ रही थी और यह ओवल की मूल पिच की तरह नहीं दिख रही थी, लेकिन यह हमारे लिए परफेक्ट पिच साबित हुई। एंजेलो के पहले ओवर में तीन विकेट से उनकी कठिनाई बढ़ गई।
श्रीलंकाई कप्तान ने इसके साथ ही अपने साथियों को याद दिलाया कि अभी टूर्नामेंट में काम पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि आशा है कि हम टूर्नामेंट के अंतिम पड़ाव पर भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हम काफी आत्मविश्वास के साथ पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में उतरेंगे।