ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी कोच ट्राय कूली को भरोसा है कि तूफानी गेंदबाज ब्रेट ली अपनी निजी समस्याओं से उबरकर पहले की तरह कंगारू गेंदबाजी आक्रमण को धार देंगे।
कूली ने 'सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड' से कहा है कि गत सप्ताह पर्थ टेस्ट और उससे पहले भारत दौरे पर ली की नाकामी की बड़ी वजह उनकी निजी जिंदगी की परेशानियाँ रही हैं। भारत दौरे पर जाने के कुछ दिन पहले ही ली की शादी टूट गई थी। बाद में ली ने स्वीकार किया कि इसका उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा।
मगर पर्थ टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी बेतरह नाकामी ने तो आलोचकों को नया मौका ही दे दिया। दुनिया की सबसे तेज और उछाल वाली पिच पर भी ऑस्ट्रेलिया 414 रन का विजयी लक्ष्य हासिल करने से दक्षिण अफ्रीका को रोक नहीं पाया।
कूली ने कहा कि आज के दौर में क्रिकेट बहुत अधिक खेली जा रही है। इस समय खिलाड़ियों के पास अपनी परेशानियों से उबरने का वक्त नहीं होता है। उन्हें क्रिकेट खेलने के दौरान ही अपनी मुश्किलों से उबरना पडता है। मुझे पूरी उम्मीद है कि ली भी ऐसा करने में सफल रहेंगे और एक बार फिर गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करेंगे।
इस बीच दक्षिण अफ्रीकी टीम के कोच मिकी ऑर्थर ने ली की आलोचना को गलत ठहराते हुए कहा है कि दूसरे सिरे से बढिया सहयोग नहीं मिलने के कारण इस तूफानी गेंदबाज को नाकामी झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि स्टुअर्ट क्लार्क के चोटिल होने की वजह से ली को अधिक गेंदबाजी करनी पड़ रही है और उन्हें दूसरे सिरे से मदद भी नहीं मिल पा रही है। ली तो लंबे समय से एक चैंपिन गेंदबाज रह हैं।