पहली बार एशिया से बाहर जाएगा विश्व कप

रविवार, 16 मई 2010 (17:33 IST)
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ट्‍वेंटी-20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट तीन संस्करणों के अपने संक्षिप्त इतिहास में पहली बार एशिया से बाहर चला जाएगा। क्रिकेट इतिहास के दो सबसे पुराने प्रतिद्वंद्वियों के बीच खिताबी मुकाबला तय होने के साथ ही यह सुनिश्चित हो गया था कि ट्‍वेंटी-20 विश्व कप पर एशिया की दादागिरी खत्म हो चुकी है।

वर्ष 2007 में पहला विश्व कप भारत ने जीता था जबकि 2009 में हुआ दूसरा विश्व कप पाकिस्तान के हिस्से में गया था। दिलचस्प बात यह है कि पिछले दोनों विश्व कप के फाइनल एशियाई टीमों के बीच खेले गए थे। पहले विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान को खिताबी मुकाबले में हराया था, वहीं दूसरे विश्व कप में पाकिस्तान ने फाइनल में श्रीलंका को हराया था।

लेकिन तीसरे विश्व कप में पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों ही सेमीफाइनल में पराजित हो गए जबकि भारत सुपर आठ राउंड में अपने तीनों मुकाबले हारकर बाहर हो गया।

सितंबर 2007 में जब ट्‍वेंटी-20 विश्व कप की शुरआत की गई तो किसी को उम्मीद नहीं थी कि खेल के इस दनादन स्वरूप में एशिया खिलाडियों का जादू सिर चढ़कर बोलेगा क्योंकि ट्‍वेंटी-20 एशिया से ज्यादा इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में प्रचलित था।

पहले विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में न्यूजीलैंड को छह विकेट से पराजित किया था। न्यूजीलैंड के आठ विकेट पर 143 रन के स्कोर को पाकिस्तान ने सात गेंद शेष रहते चार विकेट पर 147 रन बनाकर पार कर दिया।

दूसरे सेमीफाइनल में डरबन में भारत ने शक्तिशाली ऑस्ट्रेलिया की चुनौती 15 रन से तोड़ दी। भारत के पाँच विकेट पर 188 रन के जवाब में ऑस्ट्रेलिया सात विकेट पर 173 रन ही बना सका।

खिताबी मुकाबले में दो चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान जोहानसबर्ग में आमने-सामने थे और भारत ने पाँच रन से खिताब जीत लिया। भारत के पाँच विकेट पर 157 रन के जवाब में पाकिस्तान टीम 19.3 ओवर में 152 रन पर सिमट गई।

ट्‍वेंटी-20 का दूसरा विश्व कप इंग्लैंड में 2009 में खेला गया। इस बार सेमीफाइनल में पहुँचने वाली टीमें पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका तथा श्रीलंका और वेस्टइंडीज थीं। नॉटिंघम में पहला सेमीफाइनल पाकिस्तान ने सात विकेट से जीता। पाकिस्तान के चार विकेट पर 149 रन के जवाब में दक्षिण अफ्रीका पाँच विकेट पर 142 रन ही बना सका।

ओवल में दूसरे सेमीफाइनल में श्रीलंका ने वेस्टइंडीज को 57 रन से करारी शिकस्त दी। श्रीलंका के पाँच विकेट पर 158 रन के जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 17.4 ओवर में 101 रन पर ढेर हो गई।

खिताबी मुकाबले के लिए पाकिस्तान और श्रीलंका लॉर्ड्स में आमने-सामने थे और पाकिस्तान ने आठ गेंद शेष रहते आठ विकेट से विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। श्रीलंका को छह विकेट पर 138 रन पर रोकने के बाद पाकिस्तान ने 18.4 ओवर में दो विकेट पर 139 रन बनाकर शानदार जीत हासिल कर ली।

वेस्टइंडीज की धरती पर हुए तीसरे विश्व कप में पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें एक बार फिर सेमीफाइनल में पहुँची लेकिन इस बार उन्हें क्रमश: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से मात झेलनी पड़ी।

ग्रास आइलेट में हुए पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने श्रीलंका को 24 गेंद शेष रहते सात विकेट से पराजित कर दिया।श्रीलंकाई टीम छह विकेट पर 128 रन का मामूली स्कोर बना पाई और इंग्लैंड ने 16 ओवर में तीन विकेट पर 132 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया।

दूसरे सेमीफाइनल में ग्रास आइलेट में ही ऑस्ट्रेलिया ने एक गेंद शेष रहते तीन विकेट से शानदार जीत हासिल की। पाकिस्तान ने हालाँकि छह विकेट पर 191 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया, मगर ऑस्ट्रेलिया ने 19.5 ओवर में सात विकेट पर 197 रन बनाकर पाकिस्तान का लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने का सपना तोड दिय

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में से इस बार कोई भी खिताब जीते लेकिन यह फैसला पहले ही तय हो चुका है कि विश्व कप पहली बार एशिया से बाहर चला जाएगा। (वार्ता)

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