'स्पॉट फिक्सिंग' में पाकिस्तानी क्रिकेटरों के शामिल होने के बाद यहाँ के क्रिकेटप्रेमियों का गुस्सा सड़कों पर उतर आया है और वे जगह-जगह जुलूस निकालकर दागी क्रिकेटरों के पुतले जला रहे हैं।
लाहौर के क्रिकेटप्रेमियों ने मंगलवार के दिन बाकायदा एक तीन गधों को इकठ्ठा करके एक जुलूस निकाला और जमकर नारेबाजी करते हुए टेस्ट टीम के कप्तान सलमान बट्ट को कोसा। कुछ लोगों ने एक गधे के गले में बल्ला तक फँसाकर यह दर्शाने की कोशिश की कि हमारे क्रिकेटर आज किस हाल में पहुँच गए हैं।
टेस्ट टीम के कप्तान सलमान बट्ट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर से पाकिस्तान की जनता काफी खफा है क्योंकि इन्हीं के कारण पूरे क्रिकेट जगत में पाकिस्तान की किरकिरी हो रही है।
क्रिकेट में फिक्सिंग कभी बंद नहीं होगी : इसी बीच पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान इमरान खान ने भी फिक्सिंग प्रकरण पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए और दोषी क्रिकेटरों को ऐसी सजा दी जानी चाहिए, जो दूसरों के लिए सबक बने।
इमरान खान ने यह भी कहा कि क्रिकेट में फिक्सिंग का भूत इस कदर हावी हो गया है कि आप चाहकर भी इसे नहीं रोक सकते। मैं इस चीज को गलत मानता हूँ क्योंकि आप फिक्सिंग करके खुद के साथ ही नहीं पूरे देश के साध धोखाधड़ी कर रहे हैं।
फिक्सिंग मामले पर लीपापोती शुरू : इंग्लैंड में पाकिस्तानी क्रिकेटरों के फिक्सिंग करते 'स्पॉट फिक्सिंग' के कई वीडियो टेप्स जारी हुए हैं। पीसीबी के संरक्षक और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस पूरे मामले को काफी गंभीरता से लिए जाने के बावजूद यहाँ के कुछ राजनेताओं ने लीपापोती करना शुरू कर दी है।
गृहमंत्री रहमान मलिक इस बात से तो सहमत हैं कि दोषी क्रिकेटरों के साथ सख्ती बरतनी चाहिए, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी शिगूफा छोड़ दिया कि कहीं इस मामले में साजिश रखकर पाकिस्तानी क्रिकेटरों को बदनाम तो नहीं किया जा रहा है?
यह वही रहमान मलिक हैं, जो मुंबई हमले के एकमात्र जीवित आतंकवादी अजमल कसाब को पाकिस्तान का नागरिक तक मानने से मना कर चुके हैं।
मलिक अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहते हैं और उनका ताजा बयान गौर करने लायक है। इस बयान में उन्होंने कहा कि हम यह पता लगाना चाहते हैं कि कहीं यह पाकिस्तान को बदनाम करने की कोई साजिश तो नहीं है। पहले भी ऐसा होता आया है, इसलिए हम इस पहलू की भी जाँच कर रहे हैं। (वेबदुनिया न्यूज)