ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की पाकिस्तान को चैम्पियन्स ट्रॉफी की मेजबानी के लिए असुरक्षित स्थान घोषित करने की मुहिम के खिलाफ पीसीबी को एशियाई देशों खासकर बीसीसीआई से सहयोग की आस है।
इंग्लैंड के सीनियर क्रिकेटरों ने कथित तौर पर अपने बोर्ड के खिलाफ बगावत कर टूर्नामेंट के बहिष्कार की धमकी दी है, वहीं ऑस्ट्रेलिया भी पाकिस्तान में सुरक्षा परिदृश्य को लेकर चिंतित है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी घुटने टेकने को तैयार नहीं है और उसे इस मसले पर एशियाई देशों का समर्थन मिलने की उम्मीद है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा फिर कुछ देशों, उनके खिलाड़ियों और मीडिया ने यह मुहिम शुरू कर दी है कि पाकिस्तान में खेलना सुरक्षित नहीं है।
इस बार हम भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड से समर्थन लेकर इसका सामना करेंगे। हालाँकि उन्होंने इस बात से इनकार किया कि किसी बोर्ड ने औपचारिक तौर पर अपनी चिंता उनके सामने रखी है।
उन्होंने कहा अभी तक बोर्ड ने आधिकारिक रूप से हमें यही बताया है कि वह पाकिस्तान में सुरक्षा और खेलने को लेकर चिंतित है। किसी ने भी यह नहीं कहा कि वे अपने सुरक्षा विशेषज्ञ भेजेंगे।
उन्होंने कहा चैम्पियन्स ट्रॉफी से तीन महीना पहले चलाई गई इस मुहिम से वे चिंतित हैं। यदि बाकी सारी टीमें टूर्नामेंट में भाग लेती हैं तो एक या दो टीमों के लिए इसका बहिष्कार मुश्किल हो जाएगा।
अभी इस बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। हमने पिछले कुछ साल में इंग्लैंड, भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड की टीमों की मेजबानी की है और सुरक्षा संबंधी कोई समस्या पेश नहीं आई। सिर्फ आस्ट्रेलिया ने हमारे यहाँ दौरा नहीं किया है।