फ्लिंटॉफ ने करियर को कहा अलविदा

गुरुवार, 16 सितम्बर 2010 (22:15 IST)
FILE

विश्व क्रिकेट के सबसे धाकड हरफनमौला कहे जाने वाले इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने घुटने की चोट से पूरी तरह नहीं उबर पाने से हताश होकर गुरुवार को सभी तरह की क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।

फ्लिंटॉफ ने यहाँ एक खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन में सभी तरह की क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अपनी मेडिकल टीम से परामर्श करने के बाद उन्हें पता चला कि वह घुटने की चोट से कभी भी पूरी तरह उबर नहीं पाएँगे। इसके बाद ही उन्होंने यह दु:खद फैसला लिया है।

फ्लिंटॉफ ने टेस्ट क्रिकेट को पिछले साल एशेज सिरीज में अपनी टीम को जीत दिलाने के बाद ही अलविदा कह दिया था। घुटने की चोट से लंबे समय से परेशान चल रहे फ्लिंटॉफ ने उसी समय ऑपरेशन भी कराया था और उम्मीद जताई थी कि वह इस गर्मी में दोबारा मैदान पर नजर आएँगे, लेकिन चोट से वह पूरी तरह उबर नहीं पाए और आखिर में उन्हें संन्यास ही लेना पड़ा।

इंग्लैड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रास ने फ्लिंटॉफ के संन्यास की खबर मिलने पर कहा कि इंग्लैंड के लिए बेहतरीन क्रिकेट खेलने वाले इस खिलाड़ी के फिर नहीं खेलने से उन्हें देख होगा। हालाँकि उन्होंने इस अवसर पर फ्लिंटॉफ की शानदार उपलब्धियों के लिए उन्हें पूरी टीम की तरफ से बधाई भी दी।

स्ट्रास ने कहा क‍ि फ्लिंटॉफ हमेशा ही खेल पर जबर्दस्त असर डालने वाले खिलाड़ी रहे है। वह हमेशा ही चुनौती का डटकर मुकाबला करते हैं। उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट के लिए काफी कुछ लिया है।

32 वर्षीय फ्लिंटॉफ को इंग्लैंड के महान ऑलराउंडर इयान बॉथम के बाद 'दूसरा बॉथम' कहा जाता था।। फ्लिंटॉफ ने 11 वर्ष के अपने अन्तराष्ट्रीय करियर में 79 टेस्टों 31.77 के औसत से 3845 रन बनाए, जिनमें पाँच शतक और 26 अर्धशतक शामिल थे। उनका सर्वाधिक स्कोर 167 रन था।

फ्लिंटॉफ ने 32.78 के औसत से 226 विकेट लिए। एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 58 रन पर पाँच विकेट और एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 156 रन पर आठ विकेट था।

फ्लिंटॉफ ने 141 वनडे में 32.01 के औसत से 3394 रन बनाए, जिनमें तीन शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने वनडे 24.38 के औसत से 169 विकेट हासिल किए।

इस बेहतरीन ऑलराउंडर ने अपना टेस्ट करियर जुलाई 1998 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नॉटिंघम में शुरू किया था और अपना आखिरी टेस्ट अगस्त 2009 में ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। वनडे की शुरुआत उन्होंने अप्रैल 1999 में शारजाह में पाकिस्तान के खिलाफ की थी और आखिरी वनडे अप्रैल 2009 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ग्रोस आइलेट में खेला था।

फ्लिंटॉफ ने 2005 में चिर प्रतिद्वंदी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज में यादगार प्रदर्शन करते हुए पाँच मैचों की सिरीज में 402 रन बनाने के अलावा 24 विकेट लेकर इंग्लैंड को शानदार जीत दिलाई थी। (वार्ता)

वेबदुनिया पर पढ़ें