भारत की शीर्ष रैंकिंग जाने से निराश हूं-कर्स्टन

शनिवार, 20 अगस्त 2011 (16:30 IST)
पूर्व भारतीय क्रिकेट कोच गैरी कर्स्टन इंग्लैंड में मौजूदा टेस्ट श्रृंखला में भारत के खराब प्रदर्शन से हैरान और दुखी हैं जिससे टीम इंडिया टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक स्थान गंवा बैठी।

दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा कोच ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘मैं परिणाम से थोड़ा हैरान हूं।’ उन्होंने कहा, ‘टीमों के उतार चढ़ाव को समझना हमेशा ही मुश्किल होता है। कहां फर्क पड़ता है, यह कहना अस्पष्ट है।' विश्व कप ट्राफी दिलाने के बाद भारत के कोचिंग पद से हटने वाले कर्स्टन ने स्वीकार किया कि लगातार शानदार प्रदर्शन बरकरार रखना हमेशा ही मुश्किल होता है।

उन्होंने कहा, ‘सफलता बरकरार रखना आसान नहीं है। शीर्ष पर पहुंचना और वहां बने रहना मुश्किल होता है। टीम इंडिया ने विश्वकप जीता जो उनके लिए शानदार था। इसके बाद उन्होंने वेस्टइंडीज का दौरा किया और कुछ चोटों के बाद मैच जीतने की भूख थोड़ी कम हो गई।’ दक्षिण अफ्रीका के पूर्व सलामी बल्लेबाज को लगता है कि नये कोच डंकन फ्लेचर के लिए टीम की संस्कृति के साथ तालमेल बिठाना जरूरी होगा।

कर्स्टन ने कहा, ‘जब भी नया कोच आता है तो उसके लिए महत्वपूर्ण होता है कि वह टीम की संस्कृति जाने।’

मौजूदा भारतीय टीम, जो बदलाव के दौर से गुजर रही है, में कमियों के बारे में पूछने पर कर्स्टन ने कहा कि भारत को हमेशा से गेंदबाजी में अपनी सीमित क्षमता के बारे में पता था। उन्होंने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट टीम शानदार है जिसका कप्तान बेहतरीन है और जिसमें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम है इसलिए वे नंबर एक थे लेकिन हम हमेशा ही जानते थे कि हमारी गेंदबाजी में थोड़ी कमी है और हम इस चीज से निपटना सीख गए थे।’

हालांकि अनुभवी खिलाड़ी सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण अपने कैरियर के अंत की ओर हैं लेकिन कर्स्टन को लगता है कि जब तक वे अपने क्रिकेट का लुत्फ उठा रहे हैं, उन्हें खेलते रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘लोग कहते हैं कि इस तरह की अनुभवी टीम में हमें युवाओं को शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए लेकिन मुझे लगता है कि जब तक अनुभवी खिलाड़ी इसमें मौजूद हैं और वे अपने खेल का लुत्फ उठा रहे हैं तथा अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं, तब तक उन्हें खेलते रहना चाहिए।’ (भाषा)

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