भारत, दक्षिण अफ्रीका पर हावी रहा आईपीएल?

गुरुवार, 13 मई 2010 (17:46 IST)
WD
क्या इंडियन प्रीमियर लीग के कारण आईसीसी ट्वेंटी 20 विश्व कप में खेलने वाली टीमों का प्रदर्शन प्रभावित हुआ? वर्तमान और पूर्व खिलाड़ियों की इस पर अलग अलग राय हो सकती है लेकिन सचाई यह है कि वेस्टइंडीज में चल रहे टूर्नामेंट में भाग लेने वाली भारतीय टीम के 14 और दक्षिण अफ्रीका के 12 खिलाड़ी आईपीएल में खेले थे और संयोग देखिए कि इन दोनों टीमों को सुपर आठ चरण से बाहर का रास्ता देखना पड़ा।

भारत ने जो 15 सदस्यीय टीम वेस्टइंडीज भेजी थी उसमें से रविंदर जड़ेजा को छोड़कर बाकी सभी खिलाड़ियों ने इस साल आईपीएल में भाग लिया था। इनमें से भी केवल आशीष नेहरा (चार मैच) ने ही दस से कम मैच खेले थे जबकि बाकी खिलाड़ियों ने आईपीएल में अपनी टीमों की तरफ से लगभग अधिकतर मैच में भाग लिया था।

कई पूर्व खिलाड़ियों ने भारत के लचर प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों की इसी थकान को जिम्मेदार ठहराया। पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने कहा ‘आईपीएल में भारी दबाव और जबर्दस्त जोश के साथ खेलने के बाद भारतीय खिलाड़ी शारीरिक और मानसिक रूप से थके हुए थे।’

विश्व कप में भाग लेने वाले भारत के अधिकतर खिलाड़ी आईपीएल में भी नहीं चल पाए थे और उनकी खराब फार्म कैरेबियाई सरजमीं पर भी जारी रही। भारत ने विश्व कप में जो पाँच मैच खेले उनमें से केवल सुरेश रैना (पाँच मैच में 219 रन) सैकड़े तक पहुँच पाए।

उनके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (85 रन) और रोहित शर्मा (84 रन) का नंबर आता है। युवराज सिंह (74), गौतम गंभीर (69), मुरली विजय (57) और यूसुफ पठान (42 रन) ने सबसे अधिक निराश किया।

भारतीय टीम ने पहली बार विश्व कप में खेल रहे अफगानिस्तान और दक्षिण अफ्रीका को हराकर शानदार आगाज किया लेकिन सुपर आठ में उसे ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

भारत के बाद यदि किसी अन्य टीम के सर्वाधिक खिलाड़ी आईपीएल खेलकर विश्व कप में भाग लेने के लिए पहुँचे तो वह दक्षिण अफ्रीका था जिसके 12 खिलाड़ियों ने आईपीएल थ्री में भाग लिया था। उसके प्रमुख खिलाड़ियों जाक कैलिस, डेल स्टेन, एल्बी मोर्कल और हर्शल गिब्स ने आईपीएल में दस या इससे अधिक मैच खेले थे।

कैलिस (पाँच मैच में 171 रन) ने वेस्टइंडीज में भी अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखी जबकि एबी डिविलियर्स और ग्रीम स्मिथ ने उनका अच्छा साथ दिया लेकिन अन्य खिलाड़ी नहीं चल पाए। विशेषकर एल्बी मोर्कल और डेल स्टेन ने टीम को खासा निराश किया जबकि आईपीएल में उन्होंने क्रमश: चेन्नई सुपरकिंग्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलूर की तरफ से बेहतरीन प्रदर्शन किया था।

भारत और दक्षिण अफ्रीका के अलावा श्रीलंका के भी दस खिलाड़ी (मुथया मुरलीधरन सहित) आईपीएल में खेले थे। उसके पाँच खिलाड़ियों कप्तान कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने, लेसिथ मालिंगा, मुरलीधरन और एंजेलो मैथ्यूज ने आईपीएल में दस से अधिक मैच खेले थे।

ऑस्ट्रेलिया के आठ खिलाड़ी आईपीएल में खेले थे लेकिन इनमें से सर्वाधिक 11 मैच डेविड वार्नर को खेलने को मिले थे। विश्व कप सेमीफाइनल की तीसरी टीम पाकिस्तान के किसी भी खिलाड़ी ने आईपीएल में भाग नहीं लिया था जबकि इंग्लैंड के केवल पाँच खिलाड़ियों ने इसमें शिरकत की थी। (भाषा)

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