मुंबई। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का 'भूत' टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी को किस कदर डरा रहा है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण मंगलवार शाम उनकी एक प्रेस कॉन्फ्रंस में देखने को मिला।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल जवाब का दौर महज औपचारिकता बनकर रह गया। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि चैंपियंस ट्रॉफी के मद्देनजर ली गई यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ही एक तरह से 'फिक्स' थी।
हालांकि मीडिया को फिक्सिंग से जुड़े सवाल नहीं पूछने के लिए कहा गया था, लेकिन फिर भी जब कुछ पत्रकारों ने इस संबंध में सवाल पूछ लिए तो दोनी का एक बार भी मुंह नहीं खुला। वे सिर्फ मुस्कराकर ही रह गए। उनसे फिक्सिंग से जुड़े पांच सवाल पूछे गए थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में धोनी ने कहा.... * चैंपियंस ट्रॉफी का हर मैच मुश्किल * हमारे लिए अच्छा मौका है * नए नियमों के साथ पहली बार खेलेंगे * युवाओं के लिए बढ़िया अवसर है * टीम का मनोबल अच्छा है। * फिक्सिंग विवाद पर धोनी ने चुप्पी साधी। * विवाद पर सवालों के जवाब नहीं दिए। * जब धोनी से यह पूछा गया कि आप विंदू दारासिंह को कब से जानते थे, वे चुप्पी साध गए। जवाब देने के बजाय टीम इंडिया के कप्तान सिर्फ मुस्करा दिए। * भारत-पाकिस्तान के मैच जहां भी होते हैं काफी कठिन परिस्थितियों में खेले जाते हैं और पूरी दुनिया की नजर दोनों देशों के मैचों पर लगी रहती है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या खास....
* प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिक्सिंग से जुड़े सवाल पूछने की पत्रकारों को इजाजत नहीं दी गई। * सिर्फ चैंपियन ट्रॉफी से जुड़े सवाल ही पूछने को कहा गया। * प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस भी मौजूद * धोनी से फिक्सिंग से जुड़े पांच सवाल पूछे गए, लेकिन वे चुप ही रहे।