भारत के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करने वाले मिस्बाह उल हक का कहना है कि इस प्रदर्शन से उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है और वह यह प्रदर्शन अन्य टीमों के खिलाफ भी दोहराना चाहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में देरी से आए 33 वर्षीय मिस्बाह ने भारत के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट में लगातार दो शतक जमाकर मध्यक्रम में इंजमाम उल हक की जगह टीम में शमिल किए जाने को सही साबित किया।
मिसबाह ने तीन टेस्ट मैचों में 116 की औसत से दो शतक और एक अर्द्धशतक की मदद से अपनी टीम के लिए सर्वाधिक 464 रन का योगदान दिया।
भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने भी मिस्बाह के प्रदर्शन को शानदार बताते हुए उन्हे इस दौर पर पाकिस्तान की नयी खोज बताया था।
मिस्बाह ने कहा कि भारतीय कप्तान से यह सब सुनना अच्छा लगा लेकिन मैं अपने पैर जमीन पर रखे रहना चाहता हूँ। मुझे हमेशा से यह विश्वास था कि मैं भारत के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन कर सकूँगा। ट्वेंटी-20 विश्व कप की तैयारियों से मुझे इस दौरे में काफी लाभ हुआ।