विश्वकप नहीं खेलने का मलाल : मलिक

शनिवार, 20 अगस्त 2011 (17:17 IST)
पाकिस्तानी ऑलराउंडर शोएब मलिक ने कहा है कि उन्हें अपने ऊपर लगे वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों से बेदाग निकलने की खुशी तो है लेकिन उन्हें इसका दुख है कि इसकी वजह से वह विश्वकप में शामिल न हो सके।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने मैच फिक्सिंग और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों से जूझ रहे मलिक को निर्दोष करार दे दिया है जिससे राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी का रास्ता साफ हो गया है।

पूर्व कप्तान ने कहा हालांकि निर्दोष साबित होने से मैं खुश हूं लेकिन मैं इन आरोपों के कारण विश्वकप में हिस्सा नहीं ले पाया। काश मैं विश्वकप में खेल पाता। लेकिन अब मैं शानदार वापसी करके अपने इस दुख को भुलाने की कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा अपने देश के लिए खेलना हमेशा ही मेरे लिए गौरव की बात रही है। मुझे पूरा भरोसा था कि मैं जल्द ही इन आरोपों से बेदाग निकल कर दोबारा क्रिकेट खेल सकूंगा। मैं बहुत खुश हूं।

मलिक ने कहा गत वर्ष मेरे लिए बहुत बुरा था। विश्वकप में न खेल पाना मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी त्रासदी है। मैंने अपना अनमोल समय खोया है। लेकिन मैं मौका मिलते ही अपने देश के लिए खेलना चाहूंगा। अब यह चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है कि वह मुझे खेलने का मौका कब देते हैं।

मलिक पर लगे आरोपों की जांच कर रही पीसीबी की इंटीग्रिटी कमेटी ने उन्हें बेगुनाह करार दिया है। पीसीबी के अनुसार मलिक किसी तरह की मैच फिक्सिंग में शामिल नहीं थे और वे उनके बैंक खाते में हुए लेन-देन के ब्यौरे से भी संतुष्ट हैं।

पीसीबी ने कहा अब मलिक सभी आरोपों से बरी हो चुके हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से सलाह लेने के बाद ही इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी। आईसीसी के निर्देशों के अनुसार हमें प्रोटोकॉल का अनुसरण करते हुए मलिक की संपत्ति का ब्यौरा उन्हें सौंपना होगा। मलिक ने अपने इंग्लैंड के बैंक खातें में जमा 95 हजार पाउंड से संबंधित कागजात पीसीबी को सौंप दिए हैं। (वार्ता)

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