भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने शनिवार को न्यूजीलैंड पर पहले क्रिकेट टेस्ट में दस विकेट से ऐतिहासिक जीत के बाद सचिन तेंडुलकर और अपने गेंदबाजों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि तेंडुलकर अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे।
उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की कोई गलती नहीं थी। उन्हें विकेट नहीं मिले पर उनके सामने रन बनाना काफी मुश्किल था। ऐसे में सचिन ने अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म का प्रदर्शन किया। उन्होंने खराब गेंदों को नसीहत दी।
धोनी ने कहा कि ऐसे में मेजबान गेंदबाजों की दिक्कतें बढ़ गईं। वे 20-22 ओवर करके थक चुके थे, जिसका फायदा उठाकर हमने बड़ी साझेदारियाँ की। सचिन की यह अद्भुत पारी थी।
धोनी ने कहा कि हमने पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया और गेंदबाजों ने इसे सही साबित कर दिखाया। हमें जल्दी विकेट मिले और बाद में विकेट पर बल्लेबाजी करना भी आसान हो गया। उन्होंने दूसरी पारी में छह विकेट लेने वाले हरभजनसिंह की खासतौर पर तारीफ की।
धोनी ने कहा कि पहली पारी में वे अधिक कुछ नहीं कर सके लेकिन दूसरी पारी में उन्हें पिच से मदद मिली और उन्होंने छह विकेट चटकाए। तेज गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया।
मैन ऑफ द मैच सचिन तेंडुलकर ने कहा कि उन्होंने अपनी पारी का पूरा लुत्फ उठाया। उन्होंने कहा कि मैंने पारी का पूरा मजा लिया। पहले यह कठिन लग रहा था, लेकिन नई गेंद आने के बाद मैं सहज होकर खेलने लगा। मैंने लंबे समय बाद गेंद को बल्ले के बीचोबीच लाकर खेला।
इस बीच न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल विटोरी ने हार के लिए गेंदबाजों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि हमारे गेंदबाज लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। भारतीय शीर्ष क्रम ने शुरू ही से उन्हें दबाव में ला दिया। मैदान छोटे होने और तेज आउटफील्ड का भी उन्हें फायदा मिला।