बॉक्सिंग डे और नव वर्ष पर होने वाले टेस्ट मैचों पर ऑस्ट्रेलिया के एकाधिकार को तोड़ने की माँग करने वाले क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका सीएसए ने अधिक संख्या में घरेलू मैचों का आयोजन करने के मुद्दे पर एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया पर निशाना साधा है।
सीएसए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गेराल्ड माजोला ने 'द आस्ट्रेलियन' के साथ बातचीत में ऑस्ट्रेलिया पर व्यस्त क्रिकेट सीजन में घरेलू श्रृंखलाओं के आयोजन से दूसरे देशों को आर्थिक नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया।
माजोला ने कहा कि मैं एक बेहतरीन क्रिकेट टीम के तौर पर ऑस्ट्रेलिया से उसका हक नहीं लेता, लेकिन मुझे लगता है कि भावी श्रृंखलाओं के कार्यक्रम ने भी उसे एक सुपरपावर बनाया है।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दूसरी टीमों की तुलना में अधिक घरेलू मैच खेलती है और ये मैच अधिकतर व्यस्त सीजन में होते हैं। इससे उन्हें दूसरी टीमों की अपेक्षा अधिक दर्शक मिलते हैं जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनती है।
हालाँकि उन्होंने इस मुद्दे पर इंग्लैंड और भारत को भी नहीं बख्शा, लेकिन उनकी आलोचना का केंद्र ऑस्ट्रेलिया ही रहा।
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड भारत और ऑस्ट्रेलिया के रूप में केवल तीन टीमें ही हैं जो बाकियों की तुलना में अधिक संख्या में मैच आयोजित करते हैं। बाकी देशों को तो इनसे बची कतरन ही मिलती है।
हमारा तर्क यह है कि अगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) इस खेल को सारी दुनिया में फैलाना चाहती है तो उसके लिए समानता के आधार पर क्रिकेट मैच खेले जाने चाहिए।
बॉक्सिंग डे और नव वर्ष पर खेले जाने वाले टेस्ट मैचों के आयोजन पर ऑस्ट्रेलिया को मिले एकाधिकार को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगली गर्मियों में होने वाले टेस्ट मैचों में जब दक्षिण अफ्रीका शामिल होगा तो वह इन मौकों पर टेस्ट का ऑस्ट्रेलिया में अंतिम मौका होगा।
उन्होंने आईसीसी द्वारा वर्ष 2006 से 2012 तक के लिए लागू भावी दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) पर भी सवालिया निशान खडा़ करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया को हरेक साल अपनी ही जमीन पर इन खास दिनों पर टेस्ट मैच खेलने का मौका कैसे मिल गया है। एफटीपी के मुताबिक हरेक टीम एक दूसरे के खिलाफ कम से कम दो टेस्ट और तीन वनडे मैचों की घरेलू और बाहरी श्रृंखलाएँ खेलेगा।
सीएसए ने एफटीपी पर गंभीर आपत्ति उठाते हुए आईसीसी के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है जिसे भारत और वेस्टइंडीज ने भी समर्थन दिया है। इसके बाद आईसीसी ने मामले की समीक्षा के लिए अपने पूर्व अध्यक्ष मैल्कम ग्रे की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है।