टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह उस वक्त चार्चा का विेषय बने थे जब उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को पैवेलियम भेजकर ईडन गार्डन्स में शानदार गेंदबाजी कर नाम कमाया थां।
भारतीय क्रिकेट टीम से टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट को आउट कर ये रिकॉर्ड अपने नाम किया था। उस वक्त डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) नहीं होता था। अगर उस समय (DRS) होता तो शायद हरभजन सिंह यह रिकॉर्ड नहीं बना पाते। जब कभी भी एडम गिलक्रिस्ट इस पारी को याद करते हैं तो उन्हें उस वक्त डीआरएस नहीं होने का बड़ा अफसोस रहा।
इस सीरीज के दौरान टीम इंडिया अपना पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया से हार चुका था और दूसरे मैच की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजी का किला ढह चुका था। ऑस्ट्रेलिया टीम अपना लगातार 16वां टेस्ट जीत चुकी थी और कोलकाता में टेस्ट जीतकर नया रिकॉर्ड अपने नाम करना चाहती थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने शानदार प्रदर्शन किया। माइकल स्लैटर और मैथ्यू हेडन ने मिलकर 193 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। इसके बाद जस्टिन लैंगर ने हेडन के साथ मिलकर टीम के लिए 90 रन जोड़े।
72वें ओवर में जब हरभजन सिंह को गेंदबाजी करने के लिए बुलया गया उस वक्त ऑस्ट्रेलिया टीम 4 विकेट के नुकसान पर 252 रन बना चुकी थी। लेकिन हरभजन के ओवर की समाप्ती तक उनका स्कोर 7 विकेट पर 252 रन हो चुका था। इस दिग्गज स्पिनर गेंदबाज ने रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न की विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया टीम को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया। लेकिन जब गिलक्रिस्ट का विकेट गिरा था तो वह अपने आप को आउट नहीं मार रहे थे।
सोशल साइट ट्विटर के माध्यम से गिलक्रिस्ट ने इस बात का खुलासा किया। उनका कहना है कि यदि उस समय डिसीजन रिव्यू सिस्टम होता तो यह हैट्रिक शायद नहीं हो पाती। हरभजन सिंह के एक प्रेमी ने जब ट्विटर पर इस वीडियो पोस्ट की तो गिलक्रिस्ट ने टैग कर कमेंट किया। रिप्ले में साफ दिखाई पड़ रहा है कि गेंद ने पहले गिलक्रिस्ट के बल्ले को छुआ था। अंपायर इस चीज को भाप नहीं पाए थे। गिलक्रिस्ट के पास रिव्यू का कोई भी मौका नहीं था इस लिए उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा।
इस बीच भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह से अपने पाले में ले लिया। हरभजन की हैट्रिक से ऑस्ट्रेलिया 445 रन ही बना सकी। भारतीय टीम 171 रन बनाकर आउट हो गई। इस बीच स्टीव वॉ ने भारत को फॉलोऑन दिया और यहीं पर वह बहुत बड़ी गलती कर बैठे। वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने की लंबी साझेदारी से भारत ने 7 विकेट पर 657 रन बनाकर पारी घोषित की। ऑस्ट्रेलिया 212 रन पर आउट हो गया और भारत ने 171 रन से मैच जीत लिया।