नई दिल्ली। दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने कहा कि उनके लिए कोचिंग के पिछले अनुभवों की सबसे बड़ी सीख खिलाड़ियों पर से दबाव कम करना और उन्हें सहज रखने में मदद करना थी।
कुंबले ने चैंपियन्स ट्राफी 2017 के फाइनल के बाद कप्तान विराट कोहली के साथ ‘अस्थिर संबंधों’ के कारण भारतीय कोच पद से त्यागपत्र दे दिया था हालांकि टीम ने उनके रहते हुए अच्छा प्रदर्शन किया था।
यह 48 वर्षीय पूर्व कप्तान फिर से कोचिंग की जिम्मेदारी संभाल रहा है और इस बार वह आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब से क्रिकेट संचालन निदेशक के रूप में जुड़े हैं। वह इससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और मुंबई इंडियन्स के लिए मेंटोर की भूमिका निभा चुके हैं।
कुंबले ने कहा, आरसीबी के साथ हम खिताब नहीं जीत पाए लेकिन दो अवसरों पर हम खिताब के करीब पहुंचे थे। मुंबई के साथ मैं जो तीन वर्ष रहा उनमें हमें सफलताएं मिली। यह अनुभव शानदार रहा। इससे निश्चित तौर पर (कोच के रूप में) मदद मिलती है।
उन्होंने कहा, आखिर में यह सब क्रिकेट खेल को लेकर है। अगर आप इसका इस तरह से सरलीकरण कर देते हैं तो काम आसान हो जाता है। जिस क्षण आप परिणाम, जीत, ट्रॉफी को महत्व देना शुरू करते तो आप खिलाड़ियों पर अधिक दबाव बना देते हो। इसलिए मैंने यह सीख ली कि दबाव मुक्त रहो और खिलाड़ियों को सहज रखने में मदद करो। जब वे सहज होकर खेलते हैं तो अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब कभी आईपीएल खिताब नहीं जीत पाया है और कुंबले खिताब का सूखा खत्म करने के उद्देश्य से टीम से जुड़े हैं। वह टीम में अधिक अनुभवी खिलाड़ियों को रखना चाहते हैं और दिसंबर में होने वाली आईपीएल नीलामी के लिए जल्द ही रणनीति तैयार करेंगे।
उन्होंने कहा, आप पिछले अनुभवों से सीखते हो जो एक खिलाड़ी और कोच के रूप में आपके पास होता है लेकिन आईपीएल ‘रोलरकॉस्टर’ की तरह है। आपको संयम रखने की जरूरत होती है और फिर अपने खिलाड़ियों का साथ देना होता है।
किंग्स इलेवन पंजाब ने हाल में रविचंद्रन अश्विन को टीम से जोड़े रखने का फैसला किया लेकिन कुंबले ने कहा कि यह अभी तय नहीं है कि यह आफ स्पिनर फिर से कप्तान बनेगा या नहीं।
उन्होंने कहा, हमने अभी फैसला नहीं किया है। कुछ फैसले करने जरूरी होते हैं लेकिन अभी हमें इस पर निर्णय लेने की जरूरत नहीं है। आईपीएल अभी पांच महीने बाद होना है। अभी नीलामी होगी और हम वहां से अपनी टीम तैयार करना शुरू करेंगे।
कुंबले ने कहा, अश्विन के दो साल शानदार रहे लेकिन हम अनुकूल परिणाम हासिल नहीं कर पाए। हालांकि हमने अभी तक फैसला नहीं किया है कि कौन कप्तान होगा।