क्या श्रीलंका बोर्ड से निकाला पुराना बदला?
चामिंडा वास ने साल 2009 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था और वनडे क्रिकेट खेलना जारी रखा। इसके बाद टीम मैनेजमेंट ने उनकी वनडे में भी अनदेखी की और उन्हें साल 2011 के विश्वकप में स्थान नहीं दिया। वास ने बार-बार कहा था कि उनका लक्ष्य विश्व कप में खेलना है। उन्हें 30 संभावितों में जगह मिली थी लेकिन अंतिम टीम में उनका चयन नहीं किया गया।