चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल : रोमांचक होगा भारत से पाकिस्तान का मुकाबला

शनिवार, 17 जून 2017 (14:21 IST)
लंदन। लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही भारतीय टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में रविवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से खेलेगी तो सरहद के दोनों पार वक्त मानो थम जाएगा और दर्शकों को रोमांचक मुकाबले की सौगात मिलेगी।

दोनों देशों के बीच मौजूदा राजनीतिक तनाव ने क्रिकेट की इस जंग को और रोमांचक बना दिया है। द्विपक्षीय क्रिकेट को भारत सरकार से अनुमति नहीं मिलने के कारण दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंटों में एक-दूसरे के खिलाफ खेलती हैं।

गत चैंपियन भारत ने टूर्नामेंट के पहले मैच में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। कप्तान विराट कोहली पहले ही कह चुके हैं कि वही नतीजा फिर हासिल करने के लिए कुछ अतिरिक्त करने की जरूरत नहीं है। उस मैच के बाद हालांकि पाकिस्तान ने अपने प्रदर्शन में जबर्दस्त सुधार किया है। वैसे भी यह मुकाबला सिर्फ क्रिकेट कौशल का नहीं बल्कि दबाव को झेलने का भी होगा और इसमें मानसिक दृढ़ता की अहम भूमिका होगी।

चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर जावेद मियांदाद का छक्का बरसों तक भारतीय क्रिकेटरों को कचोटता रहा, जब तक कि सचिन तेंदुलकर ने सेंचुरियन में वह यादगार पारी खेलकर उसका बदला चुकता नहीं किया।

इस बीच अजय जडेजा, वेंकटेश प्रसाद, ऋषिकेश कानिटकर या जोगिंदर शर्मा ने बड़े मैचों में जीत के सू्त्रधार की भूमिका निभाई। नई दिल्ली से लेकर इस्लामाबाद तक और कराची से लेकर कोलकाता तक कोई भी क्रिकेट प्रेमी अपनी टीम को यह मैच हारते देखना नहीं चाहेगा।

मैदान पर मौजूद 22 क्रिकेटरों के लिए यह क्रिकेट का महज एक मुकाबला है लेकिन लाखों क्रिकेटप्रेमियों के लिए यह उससे बढ़कर है और पूर्व क्रिकेटरों वीरेंद्र सहवाग तथा राशिद लतीफ के बयानों ने आग में घी का काम किया है।

इसमें भी कोई दोराय नहीं कि यह मुकाबला जीतने वाली टीम पर प्यार और पुरस्कार की बौछार होगी और हारने वाले को उतनी ही आलोचना झेलनी पड़ेगी। कप्तान विराट कोहली ने भी कहा है कि गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। प्रदर्शन के आधार पर देखें तो पाकिस्तानी टीम भारत के सामने कहीं नहीं ठहरती लेकिन फिर पाकिस्तान उलटफेर करने में माहिर है और रविवार के मैच में तो उसके लिए बहुत कुछ दांव पर लगा है।

एकतरफा रहे पहले मैच में भारत ने 124 रनों से जीत दर्ज की और कइयों का मानना है कि अब भारत-पाकिस्तान मुकाबलों में वह बात नहीं रही, क्योंकि पाकिस्तानी टीम का प्रदर्शन ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है। वनडे में अजहर अली भारत के रोहित शर्मा के सामने कहीं नहीं ठहरते। इसी तरह अहमद शहजाद शिखर धवन की तरह लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। बाबर आजम नए हैं जबकि विराट कोहली वनडे में 8,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं।

पाकिस्तान क्रिकेट टीम का प्रदर्शन 'पल में तोला पल में माशा' रहा है। मोहम्मद आमिर, हसन अली, जुनैद खान और रुम्मान रईस ने गेंदबाजी में अपना लोहा मनवाया है। भारत के खिलाफ आईसीसी टूर्नामेंटों में पाकिस्तान का जीत-हार का रिकॉर्ड 2-13 का रहा है जिससे पलड़ा भारत का भारी लग रहा है। भारत के बल्लेबाजों ने रनों का अंबार लगाया है जिनमें शिखर धवन (317), रोहित शर्मा (304) और कप्तान कोहली (253) शीर्ष 5 में हैं।

गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमरा ने प्रभावित किया है। रवीन्द्र जडेजा ने हरफनमौला प्रदर्शन किया है जबकि हार्दिक और केदार ने उनका बखूबी साथ दिया है। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें