लंदन। पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने चैंपियंस ट्रॉफी में टीम की संभावनाओं को लेकर कहा है कि वह टूर्नामेंट में बतौर आठवीं रैंकिंग टीम उतर रही है और उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच चार जून को एजबस्टन में मुकाबला होना है जो गत चैंपियन टीम के लिए उसका पहला मैच होगा।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में दो चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों भारत और पाकिस्तान के बीच चार जून को एजबस्टन में मुकाबला होना है जो गत चैंपियन टीम के लिए उसका पहला मैच होगा और इसे लेकर दोनों ही टीमों पर अभी से काफी दबाव है। भारत और पाकिस्तान आखिरी बार एडिलेड में 2015 विश्वकप में एक दूसरे से भिड़ी थीं।
अजहर अली के बाद टीम के कप्तान बने सरफराज ने भारत के खिलाफ बहुप्रतीक्षित मैच को लेकर कहा कि यह सच है कि यदि पाकिस्तान केवल भारत पर जीत जाए तो पाकिस्तानी प्रशंसक उसके पूरा टूर्नामेंट जीत जाने से ज्यादा खुश हो जाएंगे। उन्होंने कहा, हम भारत के खिलाफ मैच को लेकर आश्वस्त हैं। फिलहाल हमारा ध्यान अभ्यास मैच में अच्छी तैयारी करने पर लगा है। पाकिस्तान एजबस्टन में अपना पहला अभ्यास मैच बांग्लादेश से खेलेगा।
सरफराज ने कहा कि भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना टीम के लिए सबसे अहम रहता है क्योंकि पूरे राष्ट्र की उम्मीदें उन पर टिकी होती हैं और वे भी बतौर टीम अपना 100 फीसदी अच्छा खेलने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, हम अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे। हर खिलाड़ी अपना सौ फीसदी करने की कोशिश करता है और जब हम सब इकठ्ठा होते हैं तो परिणाम अच्छे ही होंगे।
पाकिस्तानी कप्तान ने साथ ही कहा कि आईसीसी टूर्नामेंट में उनकी टीम खिताब जीतने की पसंदीदा टीमों में नहीं है और इसलिए उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा हमारी टीम के पास खोने के लिए कुछ नहीं है और हम 'अंडरडॉग' की छाप के साथ सकारात्मक क्रिकेट खेलने की कोशिश करेंगे और खुलकर खेलेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि वह भले ही आठवीं रैंक के तौर पर चैंपियंस टूर्नामेंट में क्वालीफाई कर पाए हों लेकिन पहली बार खिताब जीतने में वह सफल हो सकते हैं। (वार्ता)