नई दिल्ली। बीसीसीआई ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के वैश्विक प्रसारण अधिकारों के आवंटन के लिए खुली निविदा प्रक्रिया की घोषणा की। यह ऐसा कदम है जो लोढ़ा समिति की पारदर्शिता संबंधित सिफारिशों के मुफीद है। बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की, ‘हम आईपीएल वैश्विक मीडिया अधिकार (टीवी और डिजिटल) के लिए निविदा प्रक्रिया की घोषणा कर खुश हैं।’
इस समय आईपीएल के मीडिया अधिकार सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (एसपीएनआई) के पास हैं और यह करार आईपीएल के अगले चरण के बाद खत्म हो जाएगा। सोनी नेटवर्क के पास बोर्ड को पेशकश देने का पहला अधिकार था लेकिन बीसीसीआई ने खुली निविदा करने का फैसला किया है। इस कदम से उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढ़ा पैनल से समर्थन मिलने की संभावना है, जो बीसीसीआई के व्यावसायिक करारों में पारदर्शिता की वकालत करता है।
वर्ष 2008 में विश्व स्पोर्ट्स ग्रुप ने आईपीएल के टीवी अधिकार 91.80 करोड़ डॉलर में 10 साल के लिए हासिल किए थे। इसने मल्टी स्क्रीन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (एमएसएम) से सोनी को अधिकारिक प्रसारक बनाने के लिये करार पर हस्ताक्षर किये थे। यह अनुबंध 2009 आईपीएल से पहले दोबारा किया गया था जिसमें मल्टी स्क्रीन मीडिया ने बीसीसीआई के साथ नौ साल के लिए एक अरब 63 करोड़ डॉलर का करार किया था।
बोली की प्रक्रिया के बारे में बीसीसीआई ने कहा कि भारतीय बोर्ड के लिए सबसे ज्यादा धनराशि की बोली लगाने वाले को स्वीकार करने की बाध्यता नहीं होगी और बीसीसीआई किसी भी समय प्रक्रिया में संशोधन करने का अधिकार रखता है। बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने बोली लगाने के लिए समय सीमा के बारे में बात करते हुए कहा कि 18 अक्टूबर निविदा खरीदने की अंतिम तारीख होगी और 25 अक्टूबर बोलियों को जमा करने की आखिरी तारीख होगी। सोनी नेटवर्क के पास बोर्ड को पेशकश देने का पहला अधिकार था लेकिन बीसीसीआई ने खुली निविदा करने का फैसला किया है।
इस कदम से उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढ़ा पैनल से समर्थन मिलने की संभावना है जो बीसीसीआई के व्यावसायिक करारों में पारदर्शिता की वकालत करता है। वर्ष 2008 में विश्व स्पोर्ट्स ग्रुप ने आईपीएल के टीवी अधिकार 91.80 करोड़ डॉलर में 10 साल के लिए हासिल किए थे। इसने मल्टी स्क्रीन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (एमएसएम) से सोनी को अधिकारिक प्रसारक बनाने के लिए करार पर हस्ताक्षर किए थे। यह अनुबंध 2009 आईपीएल से पहले दोबारा किया गया था, जिसमें मल्टी स्क्रीन मीडिया ने बीसीसीआई के साथ नौ साल के लिए एक अरब 63 करोड़ डॉलर का करार किया था। (भाषा)