मुंबई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को संकेत दिए कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां होने वाले पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में अंतिम एकादश में शिखर धवन और लोकेश राहुल दोनों को जगह देने के लिए वह बल्लेबाजी क्रम में स्वयं नीचे आ सकते हैं।
उपकप्तान रोहित शर्मा का अंतिम एकादश में चुना जाना तय है, लेकिन टीम प्रबंधन का धवन या राहुल को चुनने का मुश्किल फैसला करना है। कप्तान को हालांकि ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता कि ये दोनों नहीं खेल सकें।
कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि देखिए, फार्म में चल रहा खिलाड़ी हमेशा टीम के लिए अच्छा होता है। बेशक आप चाहते हैं कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी उपलब्ध रहें और इसके बाद चुनते हैं कि टीम के लिए संयोजन क्या होना चाहिए। ऐसी संभावना हो सकती है कि तीनों (रोहित, शिखर और राहुल) खेल सकते हैं।
यह पूछने पर कि क्या वह बल्लेबाजी क्रम में नीचे आ सकते हैं, कोहली ने कहा कि हां, इसकी संभावना है। ऐसा करने में मुझे बेहद खुशी होगी। मैं किसी क्रम को अपने लिए तय नहीं किया है। मैं कहां बल्लेबाजी करूं, इसे लेकर मैं असुरक्षित नहीं हूं।
कोहली ने कहा कि उनके लिए निजी उपलब्धियों के पीछे भागने की जगह यह अधिक महत्वपूर्ण है कि वह कप्तान के रूप में कैसी विरासत छोड़कर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि टीम के कप्तान के रूप में यह सुनिश्चित करना भी मेरा काम है कि अगला समूह तैयार रहे। कभी अन्य लोग शायद ऐसा नहीं सोचते लेकिन एक कप्तान के रूप में आपका काम मौजूदा टीम को देखना ही नहीं बल्कि वह टीम तैयार करना भी है, जो आप किसी और को जिम्मेदारी देते हुए उसे सौंपकर जाओगे।
कोहली ने जोर देते हुए कहा कि आपका ‘विजन’ दीर्घकालीन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये वह समय है जब आपको जागरूक होने की जरूरत है। आप बड़ी जल्दी निजी हो सकते हैं, कह सकते हैं कि मुझे रन बनाने की जरूरत है और जब मैं रन बनाऊंगा तो सभी चीजों को लेकर अच्छा महसूस करूंगा। ऐसा नहीं होता, यह इस तरह काम नहीं करता।
भारतीय कप्तान ने कहा कि आपका विजन हमेशा बड़ी तस्वीर पर होना चाहिए और आपको सोचना चाहिए कि इन खिलाड़ियों का आत्मविश्वास कैसे बढ़ाया जाए। अगर किसी को जिम्मेदारी लेनी है तो वह मैं हूं और अन्य खिलाड़ियों को मौका भी देना है।
विराट ने कहा कि ऑसट्रेलिया की मौजूदा टीम पिछले साल भारतीय दौरे पर 3-2 से जीत दर्ज करने वाली टीम से अधिक मजबूत है। उन्होंने कहा कि पिछली बार भारत आई टीम से मौजूदा टीम मजबूत है, लेकिन इसके बावजूद तब उन्होंने श्रृंखला जीती थी। उस श्रृंखला से पहले उन्होंने अपनी मजबूत टीम उतारी थी, लेकिन हमने श्रृंखला जीती थी।
टीम इंडिया के कप्तान विराट ने कहा कि आपकी टीमें में बेहद अनुभवी और बेहद कुशल खिलाड़ी हो सकते हैं, लेकिन अगर आप एक टीम के रूप में श्रृंखला में अच्छा नहीं खेलते हैं तो आप जीत दर्ज नहीं कर सकते। पिछली बार हमारे साथ ऐसा ही हुआ और जब हम ऑस्ट्रेलिया गए तो उनके साथ ऐसा हुआ।
भारतीय कप्तान के अनुसार भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच श्रृंखला हमेशा रोमांचक होती है। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि दोनों टीमों के बीच श्रृंखलाएं कितनी प्रतिस्पर्धी होती हैं और कभी एक टीम का दबदबा नहीं होता। नतीजा हमेशा 3-2 या 2-1 ही होता है। शायद 5 मैचों की श्रृंखला अधिक रोमांचक होती।