मेलबर्न: इंग्लैंड के जो रूट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे एशेज टेस्ट मैच के पहले दिन रविवार को यहां अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने वाले कप्तान बन गये थे। दूसरी पारी में उन्होंने 28 रन और जोड़े लेकिन वह अपनी टीम को जीत तक नहीं पहुंचा सके।
रूट ने इंग्लैंड की पहली पारी में 50 रन बनाये जिससे वर्ष 2021 में कुल रन की संख्या 1680 पर पहुंच गयी थी और वह एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने वाले कप्तान बन गये थे। सोमवार को वह 9 रनों पर नाबाद थे और मंगलवार को वह 28 रनों के स्कोर पर बोलैंड का शिकार बने।
साल 2021 में जो रूट ने 1708 रनों का पहाड़ खड़ा किया। इस साल की शुरुआत में ही उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाया था। इसके बाद भारत के खिलाफ चेन्नई में पहले ही टेस्ट में दोहरा शतक जड़ दिया था। यह टेस्ट जो रूट का 100वां टेस्ट भी था। इसके बाद जब भारत इंग्लैंड के दौरे पर आयी तो लगातार 3 शतक लगाए थे। हालांकि एशेज में वह एक भी शतक लगाने में नाकाम रहे।
रूट यदि इंग्लैंड की दूसरी पारी में 109 रन बना लेते तो वह एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाते। अभी यह रिकार्ड पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ के नाम पर है जिन्होंने 2006 में 1788 रन बनाये थे।
इस सूची में रूट अभी यूसुफ और वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स (1976 में 1710) के बाद तीसरे स्थान पर हैं। स्मिथ इस सूची में अब चौथे स्थान पर खिसक गये हैं।
जो रूट इस साल सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। जाहिर सी बात है कि इंग्लैंड की ओर से भी वह सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। लेकिन एक आंकड़ा यह बताता है कि वह ही अपनी टीम की ओर से लड़ाई लड़ते रहे।
जो रूट के बाद जो दूसरा सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज है वह रोरी बर्न्स हैं जिन्होंने इस साल 530 रन बनाए हैं। लेकिन तीसरा सर्वाधिक योगदान देने वाला बल्लेबाज नहीं बल्कि अतिरिक्त (वाइड-नो) है।
इन चारों के स्कोर अगर मिला दिए जाए तो भी जो रूट की बराबरी नहीं हो सकती। यह तथ्य इस बात की पुष्टि करता है कि अगर जो रूट सस्ते में आउट हो गए तो इंग्लैंड की बल्लेबाजी सस्ते में सिमट सकती है।
रोरी बर्न्स, अतिरिक्त, जॉनी बेरेस्टो और ओली पोप के रनों को मिला दिया जाए तो कुल 1701 रन होते हैं यह साल 2021 में जो रूट के रनों से 7 रन कम है।