ईशान किशन अब भारती टीम के दूसरी कतार की अंतिम ग्यारह में भी जगह पा लें तो बड़ी बात है। हाल ही में हुए आयरलैंड, जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज दौरों पर उन्हें कभी कभी कभार ही मौका मिला और जब मिला तो वह इसे भुना नहीं पाए।
इसके ठीक उलट दिनेश कार्तिक ने आईपीएल से अपनी जगह टी-20 टीम में बनाई और अब वह एक विश्वसनीय फिनिशर बन चुके हैं। एशिया कप में हालांकि उनको सिर्फ 1 गेदं खेलने का मौका मिला था लेकिन दिनेश कार्तिक ने चयनकर्ताओं का भरोसा जीत रखा है।
2) रविंद्र जडेजा की जगह अक्षर पटेल
भारत के सीनियर आल राउंडर रविंद्र जडेजा आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में नहीं खेल पायेंगे क्योंकि उन्हें घुटने की सर्जरी करानी होगी जिसके कारण वह अनिश्चित समय तक खेल से बाहर रहेंगे।यह एंटीरियर क्रुसिएट लिगामेंट (एसीएल)का मामला है जिससे उबरने में छह महीने से ज्यादा का समय लग सकता है।लेकिन कुछ हद तक कहा जा सकता है कि जडेजा कम से कम तीन महीनों के लिये खेल से बाहर रहेंगे।
अक्षर पटेल और रविंद्र जड़ेजा में कुछ ज्यादा ही समानता है। या यह कहें कि अक्षर पटेल रविंद्र जड़ेजा की फोटोकॉपी है बस वह उतना बड़ा नाम नहीं बन पाए हैं। इस बार अक्षर पटेल को रविंद्र जड़ेजा की भूमिकाएं निभानी पड़ेगी।
3) राहुल चाहर की जगह युजवेंद्र चहल
पिछले साल हुए टी-20 विश्वकप में युजवेंद्र चहल को जगह ना देने पर चयन समिति की खासी आलोचना हुई थी। इस बार चयन समिति ने गलती सुधारी और युजवेंद्र चहल को आईपीएल और टी-20 सीरीज में बेहतर प्रदर्शन करने का इनाम दिया।
हालांकि इसका खामियाजा राहुल चाहर को चुकाना पड़ा। राहुल चाहर का प्रदर्शन इतना बुरा नहीं था लेकिन उनको यूजी के ऊपर तरजीह दी गई।
4) अर्शदीप सिंह मोहम्मद शमी की जगह पर
अर्शदीप सिंह ने मोहम्मद शमी को टी-20 विश्वकप चयन प्रक्रिया में मात दे दी। मोहम्मद शमी अर्शदीप सिंह के सीनियर ही कहे जाएंगे क्योंकि दोनों ने ही पंजाब किंग्स टीम में एक साथ समय गुजारा है।
अर्शदीप सिंह ने एशिया कप में लगातार 2 बार 7 रनों का बचाव जिस दिलेरी से किया वह काबिले तारीफ था। यह उनके चयन का सबसे बड़ा कारक बना।
हालांकि मोहम्मद शमी जैसे स्विंग गेंदबाज को मुख्य दल में जगह ना देकर अतिरिक्त खिलाड़ी की फहरिस्त में जगह दी गई है। यह निर्णय अभी तक किसी खेल प्रेमी को नहीं पच पाया है।
5) दीपक हुड्डा शार्दूल ठाकुर की जगह पर
पिछले साल शार्दूल ठाकुर को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण टी-20 विश्वकप में जगह मिली थी लेकिन वह गेंदबाजी भी ढंग से नहीं कर पाए थे। उनकी जगह टीम में दीपक हुड्डा लिए गए हैं जो तेज गति से रन बनाते हैं।
6) हर्षल पटेल वरुण चक्रवर्ती की जगह पर
अंतिम ओवरों में किफायती गेंदबाजी करने के लिए मशहूर हर्षल पटेल को इस बार टी-20 विश्वकप में जगह दी गई है। पिछली बार टीम चयन में उन्हें नजरअंदाज किया गया था।
पिछले टी-20 विश्वकप में वरुण चक्रवर्ती मिस्ट्री स्पिनर बनकर उतरे थे लेकिन उन्होंने जैसा प्रदर्शन किया वह अब हिस्ट्री स्पिनर बन गए हैं।