ऑस्ट्रेलिया ने पुणे टेस्ट पर शिकंजा कसा

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2017 (17:42 IST)
पुणे। लेफ्ट आर्म स्पिनर स्टीव ओ कीफे ने अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 35 रन पर छह विकेट लेकर दिग्गज भारतीय बल्लेबाजों को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया और ऑस्ट्रेलिया को पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। 


ओ कीफे के कहर और कुछ गैर जिम्मेदाराना शॉट के चलते भारतीय टीम पहली पारी में तीन विकेट पर 94 रन की स्थिति से 40.1 ओवर में मात्र 105 रन पर ढेर हो गई। भारतीय बल्लेबाजी का यह पतन हैरान करने वाला है। ओ कीफे ने 13.1 ओवर की घातक गेंदबाजी में 35 रन पर छह विकेट झटककर ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 155 रन की मजबूत बढ़त दिला दी।
         
महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम की टर्न और उछाल लेती पिच पर कीफे ने ऐसा कहर बरपाया कि लंच के बाद भारतीय टीम को सिमटने में ज्यादा समय नहीं लगा। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को समेटने के बाद दूसरी पारी में स्टम्प्स तक चार विकेट खोकर  143 रन बना लिए हैं और उसके पास कुल 298  रन की बढ़त हो गई है। स्टम्प्स के समय कप्तान स्टीवन स्मिथ 117 गेंदों में सात चौकों की मदद से 59 रन और मिशेल मार्श 48 गेंदों में दो चौकों तथा एक छक्के की मदद से 18 रन बनाकर क्रीज पर थे। 
        
ऑस्ट्रेलियाकी पहली पारी में तीन विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन दूसरी पारी में मेहमान टीम के गिरे चार विकेटों में तीन विकेट 68 रन देकर निकाले हैं जबकि एक विकेट दूसरे आफ स्पिनर जयंत यादव के हिस्से में गया है। अश्विन ने पहले ओवर की आखिरी गेंद पर डेविड वार्नर(10) को पगबाधा किया और फिर सातवें ओवर में शॉन मार्श(शून्य) को भी पगबाधा कर दिया।
        
अश्विन ने चायकाल के बाद पीटर हैंड्सकोंब(19) को मुरली विजय के हाथों कैच कराया जबकि जयंत यादव ने मैट रेनशॉ(31) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराया। कप्तान स्मिथ ने एक छोर संभालकर खेलते हुए अपना 21वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया और ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को मजबूत करने में लगे रहे।  
        
स्मिथ ने हैंड्सकोंब के साथ तीसरे विकेट के लिए 38 रन और रेनशॉ के साथ चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़ डाले। उन्होंने मिशेल मार्श के साथ पांचवें विकेट की अविजित साझेदारी में 30 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया को पहले ही टेस्ट में ड्राइवर सीट पर पहुंचा दिया।
 
पिछले 19 मैचों से अपराजेय चल रही भारतीय टीम की पहली पारी में तीन बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े को छू सके जबकि सात बल्लेबाज 10 रन भी नहीं बना सके। अकेले लोकेश राहुल ने 64 रन की बड़ी पारी खेली लेकिन उनके विकेट गंवाने ने भारतीय पारी के पतन का रास्ता खोल दिया। 
        
चेतेश्वर पुजारा छह, विराट शून्य, अश्विन एक, रिद्धिमान साहा शून्य, जडेजा ने दो, जयंत यादव दो, उमेश यादव चार रन बनाकर आउट हुए। इशांत शर्मा दो रन पर नाबाद रहे। कीफे के छह विकेट के अलावा स्टार्क ने 38 रन पर दो विकेट, जोश हेजलवुड ने 11 रन पर एक और नाथन लियोन ने 21 रन पर एक विकेट लिया।
                  
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई पारी सुबह के सत्र में 94.5 ओवर में 260 रन पर समेटने के बाद अपनी पारी की खराब शुरूआत की। ओपनिंग जोड़ी मुरली विजय तथा लोकेश राहुल 26 रन की साझेदारी ही कर सके। लेकिन इसके बाद भारत ने 18 रन के अंतराल में विजय, पुजारा और विराट के विकेट गंवा दिए। स्टार्क ने 15वें ओवर में पुजारा और विराट के विकेट लेकर भारत को झकझोर दिया। 
 
पिछली चार सीरीज में चार दोहरे शतक लगाने वाले विराट के आउट होने के बाद जैसे पूरी टीम का ही मनोबल गिर गया और वह ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। भारत एक समय जहां 94 रन पर तीन विकेट के नुकसान पर अच्छी स्थिति में था लेकिन इसके बाद मेजबान टीम ने 11 रन के अंतराल में अपने शेष सात विकेट गंवा दिए।
                      
लंच के समय राहुल 47 रन और रहाणे छह रन बनाकर क्रीज पर थे। चौथे विकेट के लिए फिर दोनों ने 50 रन की साझेदारी की जो भारतीय पारी में फिर एकमात्र बड़ी साझेदारी भी साबित हुई। राहुल ने 57 गेंदों में 10 चौके और एक छक्का लगाकर 64 रन बनाए। कीफे ने राहुल को डेविड वार्नर के हाथों आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा और अपना पहला विकेट हासिल किया।
 
कीफे ने राहुल को आउट करने के बाद रहाणे को भी निपटा दिया, जिसे उन्होंने हैंड्सकोंब के हाथों कैच कराया। रहाणे 55 गेंदों में एक चौका लगाकर 13 रन ही जोड़ सके। कीफे को इसके बाद लगातार सफलता मिलती रही और फिर दो गेंद बाद रिद्धिमान साहा (शून्य) को भी खाता खोलने का मौका दिए बिना अपना शिकार बना लिया और कप्तान स्मिथ के हाथों उन्हें लपकवाया। कीफे ने इस तरह 33वें ओवर में तीन विकेट झटक लिए। 
          
कीफे यहीं नहीं रूके और उन्होंने अश्विन (एक) को चार गेंदें ही खेलने दीं और उन्हें हैंड्सकोंब के हाथों लपकने के साथ अपना चाैथा विकेट हासिल किया। भारत ने 95 के ही स्कोर पर बिना किसी रन इजाफे के तीन विकेट गंवा दिए और उसका स्कोर 95 रन पर सात विकेट पहुंच गया।
          
लेफ्ट आर्म स्पिनर ने आत्मविश्वास खो चुकी भारतीय टीम पर और दबाव बनाया और जयंत यादव को दो ही रन पर विकेटकीपर वेड के हाथों स्टम्प्स करा दिया। इसके बाद उन्होंने जडेजा (दो) को स्टार्क के हाथों कैच कराकर अपना पांचवां और उमेश यादव(चार) को स्मिथ के हाथों कैच कराकर अपना छठा विकेट निकाला और भारतीय टीम को 105 पर पूरी तरह ढेर कर ऑस्ट्रेलियाको 155 रन की बढ़त दिला दी।
           
ओपनर मुरली ने 19 गेंदों में एक चौका लगाकर 10 रन बनाने के बाद हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर मैथ्यू वेड को कैच थमाया। स्टार्क ने फिर 15वें ओवर में पुजारा (6 ) और विराट(0) के विकेट झटके। पुजारा ने 23 गेंदों में एक चौका लगाया। इसके महज दो गेंद के बाद ही स्टार्क ने ऑस्ट्रेलियाकी सबसे बड़ी चिंता को भी दूर कर दिया।
         
चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे कप्तान विराट इस बार दो गेंद ही मैदान पर टिक सके और स्टार्क ने पीटर हैंड्सकोंब के हाथों उन्हें कैच कराकर पैवेलियन भेज दिया। राहुल और रहाणे ने अर्धशतकीय साझेदारी की लेकिन इसके बाद भारतीय पारी के पतन ने कई सवाल खड़े कर दिए। 
        
इससे पहले सुबह ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी पारी की शुरुआत कल के 256 रन पर नौ विकेट से आगे बढ़ाते हुए की और उसकी पहली पारी 260 रन पर समाप्त हुई। स्टार्क 57 रन से आगे खेलते हुए 61 रन बनाकर अश्विन का शिकार बने। आठवें नंबर के बल्लेबाज स्टार्क ने 63 गेंदों की पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाए। उमेश यादव ने 32 रन पर चार विकेट, अश्विन ने 63 रन देकर तीन विकेट, जडेजा ने 74 रन पर दो विकेट और जयंत यादव ने 58 रन पर एक विकेट लिया। (वार्ता) 

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