इस दो दिवसीय बोर्ड मीटिंग में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व विक्रम लिमये, अमिताभ चौधरी और अनिरूद्ध चौधरी करेंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस बैठक में आईसीसी कई नियमों में बदलाव करने वाला है जिससे खेल के शेयरहोल्डरों पर काफी प्रभाव पड़ेगा। वैसे यह प्रस्ताव आईसीसी की 2016 में हुई बैठकों में रखे जा चुके थे और बीसीसीआई उस वक्त सुप्रीम कोर्ट के साथ अस्तित्व की लड़ाई लड रहा था।
एक पूर्व प्रशासक ने कहा, बीसीसीआई अब यदि किसी आईसीसी टूर्नामेंट से हटता है तो ही वह इन नीतियों में बदलाव के प्रस्तावों को मंजूर होने से रोक सकता है। यदि बीसीसीआई ने जून 2017 में निर्धारित आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से हटने का फैसला किया तो आईसीसी इस वित्तीय झटके को सहन नहीं कर पाएगा। बीसीसीआई का यह कदम चैंपियंस ट्रॉफी के बाद होने वाली आईसीसी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में इस बदलावों को मंजूरी देने से रोक सकता है।