चेन्नई। श्रीलंका का सूपड़ा साफ करने के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय क्रिकेट टीम रविवार से यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही 5 मैचों की वनडे श्रृंखला में भी अपनी लय कायम रखने के इरादे से उतरेगी।
पिछले कुछ सालों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट के मैदान पर प्रतिद्वंद्विता काफी रोचक रही है। खिलाड़ियों का जुनून और तेवर पिछली बार टेस्ट श्रृंखला में देखने को मिले थे जिसमें भारत ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। भारत अगर ऑस्ट्रेलिया को 5-0 से हरा देता है तो आईसीसी विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच जाएगा जबकि 4-1 से जीतने पर ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर कब्जा कर लेगा।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में उसके शीर्ष 2 तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड नहीं हैं लेकिन स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और ग्लेन मैक्सवेल की मौजूदगी टीम को काफी आक्रामक बनाती है। उनके लिए वैसे भी भारत दूसरे घर की तरह है। दोनों टीमों ने मैच से पहले अभ्यास किया और अब उनका फोकस अंतिम एकादश पर होगा।
बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल फुटबॉल खेलते हुए टखने में चोट लगा बैठे। अब देखना यह होगा कि वे दोपहर के अभ्यास सत्र में भाग लेते हैं या नहीं? ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को हालांकि बखूबी इल्म होगा कि कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल उनके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। यही वजह है कि उन्होंने केके जियास और स्थानीय खिलाड़ी मुरुगन अश्विन को स्पिन गेंदबाजी खेलने के अभ्यास के लिए बुलाया था।
दोनों टीमें यहां 3 दशक बाद वनडे मैच खेल रही हैं। आखिरी बार वनडे मैच में उनकी टक्कर यहां 1987 रिलायंस विश्व कप में हुई थी जिसमें ऑस्ट्रेलिया 1 रन से जीता था। ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार भारत में द्विपक्षीय श्रृंखला 2013 में खेली थी और मेजबान ने 7 मैचों की श्रृंखला 3-2 से अपने नाम की थी। आखिरी 2 मैच खराब मौसम के कारण रद्द हो गए थे। स्टीव स्मिथ उस श्रृंखला का हिस्सा नहीं थे और अब वे ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान हैं।
चेपाक की पिच बल्लेबाजों की ऐशगाह मानी जाती है और यहां स्मिथ से उम्दा पारी की उम्मीद होगी। भारतीय उपकप्तान रोहित शर्मा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि पिच चेन्नई की पारंपरिक विकेट की तरह है और इस पर काफी रन बनेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित का प्रदर्शन शानदार रहा है और उन्होंने 2013 में वनडे में पहला दोहरा शतक जड़ा। श्रीलंका के खिलाफ हालिया वनडे श्रृंखला में भी उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
कप्तान विराट कोहली के अलावा रोहित उस दमदार बल्लेबाजी क्रम का हिस्सा हैं, जो किसी भी आक्रमण की बखिया उधेड़ सकता है। शिखर धवन की गैरमौजूदगी में रोहित और अजिंक्य रहाणे पारी का आगाज करेंगे।
श्रीलंका पर शानदार जीत के बावजूद भारतीय खेमे की चिंता का सबब मध्यक्रम होगा। केएल राहुल चौथे नंबर पर जूझ रहे हैं लेकिन कप्तान कोहली और कोच रवि शास्त्री ने संकेत दिया है कि उन्हें इसी क्रम पर उतरना होगा, क्योंकि रोहित और शिखर पारी को अच्छी शुरुआत दे रहे हैं।
कोहली भी जबर्दस्त फॉर्म में हैं और श्रीलंका के खिलाफ 2 मैचों में शतक लगाए। एमएस धोनी ने 2 मैचों में जीत के सूत्रधार की भूमिका निभाई। कोहली, रोहित और धोनी पर रन बनाने की जिम्मेदारी होगी जबकि हार्दिक पांड्या से गेंद और बल्ले दोनों के जौहर दिखाने की उम्मीद रहेगी।
केदार जाधव और मनीष पांडे ने भी अब तक मिले मौकों का सदुपयोग किया है। मोहम्मद शमी और उमेश यादव की वापसी से गेंदबाजी और मजबूत लग रही है। फोकस हालांकि अनुभवहीन स्पिन आक्रमण पर होगा। आर. अश्विन इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं जबकि रवीन्द्र जडेजा को आराम दिया गया है।
अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने श्रीलंका के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम अलग है। कलाई के स्पिनरों की इस श्रृंखला में भूमिका पर भी काफी जोर दिया जा रहा है। रोहित और ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एश्टोन एगर ने इस बारे में बोला है। रोहित का मानना है कि कलाई के स्पिनर अहम मौकों पर जरूरी सफलता दिला सकते हैं। दूसरी ओर एगर ने कहा कि उनके साथी खिलाड़ी एडम जाम्पा को भारत में और आईपीएल में खेलने का अनुभव है जिसका फायदा मिलेगा।
स्मिथ की टीम 2013 की हार का बदला चुकता करना चाहेगी लेकिन इसके लिए उनके गेंदबाजों को कोहली एंड कंपनी के बल्लों पर अंकुश लगाने के तरीके तलाशने होंगे। टीम को पहले 3 मैचों में आरोन फिंच की कमी भी खलेगी, जो चोट के कारण बाहर हैं।