क्राइस्टचर्च। शुभमन गिल (नाबाद 102) की धमाकेदार शतकीय पारी के बाद इशान पोरेल (17 रन पर चार विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर युवा भारतीय लड़ाकों ने मंगलवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 203 रन के बड़े अंतर से हराकर आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया, जहां वह खिताब के लिए अब ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा।
भारतीय कप्तान पृथ्वी शॉ ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया और निर्धारित 50 ओवर में नौ विकेट पर 272 रन का स्कोर बनाया। इसके जवाब में पाकिस्तान अंडर-19 टीम 29.3 ओवर में 69 रन के मामूली स्कोर पर ढेर हो गई।
भारत ने इसी के साथ विश्व कप टूर्नामेंट में फाइनल तक के सफर में अपना अपराजेय क्रम भी बरकरार रखा और वह अब खिताब के लिए माउंट मानगनुई में तीन फरवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगा। टीम इंडिया की जीत में उसके स्टार बल्लेबाज शुभमन की फिर से अहम भूमिका रही, जिन्होंने मौजूदा टूर्नामेंट में रिकॉर्ड लगातार छठी बार 50 से अधिक का स्कोर बनाया।
आईपीएल की नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा एक करोड़ 80 लाख रुपए में खरीदे गए शुभमन गिल ने 94 गेंदों में सात चौके लगाकर नाबाद 102 रन की पारी खेली। गिल ने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ 86 रन बनाए थे। ओपनर तथा कप्तान पृथ्वी ने 41 रन और मंजोत कालरा ने 47 रन के साथ टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई।
वहीं बड़े लक्ष्य के सामने पाकिस्तान के बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा और टीम 100 रन तक भी नहीं पहुंच सकी। केवल तीन बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक पहुंचे, जिनमें रोहेल नाजिर ने 18 रन की बड़ी पारी खेली। साद खान ने 15 रन और मोहम्मद मूसा ने नाबाद 11 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों में इशान छह ओवर में 17 रन पर चार विकेट लेकर सबसे सफल रहे। शिवा सिंह और रियान पराग को दो-दो विकेट मिले। अंकुल रॉय तथा अभिषेक शर्मा को एक-एक विकेट मिला।
राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन वाली अंडर-19 टीम ने अहम सेमीफाइनल मुकाबले में हरफनमौला खेल दिखाया और बल्लेबाजी तथा गेंदबाजी के अलावा शिवम मावी तथा पृथ्वी शॉ ने फाइन लेग और स्लिप में कमाल के कैच भी पकड़े और जीत में अहम योगदान दिया। भारत के तीसरे तेज गेंदबाज इशान ने पाकिस्तान के सर्वाधिक चार विकेट निकालकर पाकिस्तान को टूर्नामेंट के इतिहास के सबसे कम स्कोर पर ऑल आउट किया।
भारत का प्रदर्शन जहां हर विभाग में कसा हुआ था, वहीं पाकिस्तानी फील्डरों ने मंजोत को तीन बार और पृथ्वी को एक बार कैच छोड़ जीवनदान दिया, जिसका फायदा उठा दोनों भारतीय ओपनरों ने पारी में पहले विकेट के लिए 89 रन की साझेदारी की। पृथ्वी ने 42 गेंदों में तीन चौके और एक छक्का लगाया जबकि मंजोत ने 59 गेंदों की पारी में सात चौके जड़े।
पृथ्वी को मूसा ने रनआउट कर 16वें ओवर में पहला विकेट निकाला। इसके बाद मंजोत भी जल्द ही मूसा का शिकार बने। शुभम ने फिर एक छोर संभाला और नाबाद 102 रन की शतकीय पारी खेली और मैदान से नाबाद लौटे। इसके बाद हार्विक देसाई ने 20 रन और अंकुल ने 33 रन और जोड़ टीम को ढाई सौ के पार मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। शुभम ने छठे विकेट के लिए अंकुल के साथ 67 रन की साझेदारी भी की।
सेमीफाइनल से पहले टूर्नामेंट में लगातार तीन अर्धशतक बना चुके शुभम ने आखिरी 10 ओवरों में 42 रन जोड़े। पाकिस्तान ने आखिरी ओवरों में सबसे अधिक रन लुटाए और भारत ने कुल 75 रन इन ओवरों में बटोर लिए। शुभम को इस प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया। पाकिस्तान की ओर से मूसा ने 67 रन पर भारत के सर्वाधिक चार विकेट निकाले जबकि अरशद इकबाल को 51 रन पर तीन विकेट मिले। शाहिन शाह अफरीदी को एक विकेट मिला।