मिताली राज इस विश्वकप में बुरे फॉर्म से गुजर रही थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम के खिलाफ सभी बल्लेबाजों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना था। आज मिताली राज के साथ उपकाप्तान हरमनप्रीत और सलामी बल्लेबाज यस्तिका भाटिया ने अर्धशतक जड़कर भारत को 277 रनों के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचा दियाा।
कप्तान मिताली राज, यास्तिका भाटिया और हरनप्रीत कौर के अर्धशतकों से भारत ने शनिवार को यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला विश्व कप के महत्वपूर्ण मैच में सात विकेट पर 277 रन का स्कोर खड़ा किया।
मिताली (96 गेंद में 68 रन) और यास्तिका (83 गेंद में 59 रन) ने तब तीसरे विकेट के लिये 130 रन की अहम भागीदारी निभायी जब भारत ने सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के विकेट सस्ते में गंवा दिये थे।
भारत का स्कोर दो विकेट पर 158 रन से छह विकेट पर 213 रन हो गया था, जिसके बाद हरमनप्रीत ने 47 गेंद में नाबाद 57 रन बनाकर टीम को 250 रन के स्कोर से आगे पहुंचाया। पूजा वस्त्राकर ने एक बार फिर अंत में तेजी से रन जोड़े, उन्होंने 28 गेंद में 34 रन बनाये।
पूजा और हरमनप्रीत ने 47 गेंद में सातवें विकेट के लिये 64 रन की भागीदारी की जिससे भारत ने अंतिम पांच ओवर में अपने स्कोर में 52 रन का इजाफा किया।
भारत ने बल्लेबाजी को मजबूती देने के लिये सलामी बल्लेबाज शेफाली को आल राउंडर दीप्ति शर्मा की जगह उतारा। दीप्ति पिछले दो मैचों में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरी थीं।
बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद शेफाली (12) और स्मृति (10 रन) बल्लेबाजी करने उतरी थीं, पर दोनों जल्दी आउट हो गयीं। यास्तिका ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए टूर्नामेंट में अपना पहला अर्धशतक जमाया। उन्होंने अनुभवी मिताली का अच्छा साथ निभाया जो एक स्थान नीचे चौथे नंबर पर उतरीं। पहले चार मैचों में अच्छा नहीं करने के वाली कप्तान ने आखिर अर्धशतकीय पारी खेली।
मिताली और यास्तिका को हालांकि पारी के शुरू में स्ट्राइक रोटेट करने में दिक्कत आ रही थी लेकिन एक बार दोनों के लय में आने के बाद रन जुड़ने शुरू हो गये। उन्होंने स्पिनर अलाना किंग और एशले गार्डनर के खिलाफ लेट कट का अच्छा इस्तेमाल किया। आस्ट्रेलिया की इन दोनों गेंदबाजों के लिये दिन अच्छा नहीं रहा।
मिताली ने टूर्नामेंट में अपने पहले अर्धशतक के दौरान बायें हाथ की स्पिनर जेस जोनासेन पर एक स्ट्रेट छक्का भी जमाया।तेजी से रन जुटाने के प्रयास में यास्तिका और मिताली अपने विकेट गंवा बैठीं। फिर हरमनप्रीत ने जिम्मेदारी भरा खेल दिखाया और सुनिश्चित किया कि टीम प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा करे।
टी20 कप्तान ने टूर्नामेंट में 50 से ज्यादा रन का तीसरा स्कोर बनाया जिससे उन्होंने साबित कर दिया कि वह टूर्नामेंट की अच्छी खिलाड़ी हैं। हालांकि खराब फॉर्म के कारण विश्व कप से पहले उन्हें अंतिम एकादश से भी बाहर कर दिया गया था।
हरनप्रीत ने स्पिनरों और तेज गेंदबाजों दोनों के खिलाफ अपने ट्रेडमार्क स्वीप शॉट का बखूबी इस्तेमाल कर प्रतिद्वंद्वी टीम पर दबाव बनाया। पूजा ने इसमें दो छक्के और एक चौका लगाकर इसमें उनकी मदद की। आमतौर पर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज अनुशासित गेंदबाजी करती हैं, पर उन्होंने 24 वाइड गेंद फेंकी जिससे भारत को फायदा ही हुआ।