हैमिल्टन। अभी तक खेल के हर विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाला भारत बुधवार को यहां होने वाले तीसरे मैच में न्यूजीलैंड में पहली टी-20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला जीतने के उद्देश्य से मैदान पर उतरेगा। भारत ने ऑकलैंड में पहले 2 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में क्रमश: 6 और 7 विकेट से जीत दर्ज की और वह 5 मैचों की श्रृंखला में 2-0 से आगे है।
सेडन पार्क में लगातार तीसरे मैच में जीत से भारतीय टीम न्यूजीलैंड की धरती पर पहली बार टी-20 श्रृंखला जीतने में सफल रहेगी। इससे पहले 2 अवसरों पर वह यह उपलब्धि हासिल करने में नाकाम रही थी। भारत 2008-09 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में 0-2 से जबकि पिछले साल 1-2 से श्रृंखला हार गया था।
भारत की यह टीम अभी बेहतरीन फॉर्म में है और 2019 वनडे विश्व कप के बाद उसने जो 5 टी-20 श्रृंखलाएं खेली हैं, उनमें उसने शानदार प्रदर्शन किया है। इनमें वर्तमान श्रृंखला भी शामिल है। इस बीच उसने केवल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला नहीं जीती। यह श्रृंखला 1-1 से बराबर छूटी थी जबकि 1 मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था।
टी-20 क्रिकेट में अच्छी फॉर्म में होने के बावजूद आईसीसी रैंकिंग में उसकी स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया। भारत अभी टी-20 रैंकिंग में 5वें स्थान पर है और उसे चौथे स्थान पर पहुंचने के लिए वर्तमान श्रृंखला 5-0 से जीतनी होगी। न्यूजीलैंड अभी 6ठे स्थान पर है जबकि पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका रैंकिंग तालिका में भारत से आगे हैं।
सभी की निगाहें अभी ऑस्ट्रेलिया में इस साल के आखिर में होने वाले टी-20 विश्व कप पर हैं, लेकिन टीम प्रबंधन को विश्वास है कि इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से पहले सही समय पर सारी चीजें ढर्रे पर आ रही हैं। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के विशेषकर इस दौरे में प्रदर्शन से इन चीजों को बल मिला है।
इसे देखते हुए तीसरे मैच के लिए भारतीय टीम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। मंगलवार को वैकल्पिक अभ्यास का दिन था तथा कप्तान विराट कोहली, केएल राहुल, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने इसमें भाग नहीं लिया।
टीम प्रबंधन उन खिलाड़ियों के साथ काम कर रहा है जिन्हें श्रृंखला में अभी तक खेलने का मौका नहीं मिला है। रवि शास्त्री ने वॉशिंगटन सुंदर पर ध्यान दिया जबकि बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के साथ व्यस्त थे। इन दोनों को हालांकि बुधवार को भी मौका मिलने की संभावना नहीं है।
कुलदीप यादव पहले 2 मैचों में नहीं खेले थे और ऐसा मैदान छोटा होने के कारण किया गया था। छोटे मैदान पर बल्लेबाज उन्हें आसानी से निशाना बना सकते थे। चहल ने इस बीच बहुत अच्छी गेंदबाजी की। अब मैच बड़े मैदानों पर खेले जाएंगे और देखना होगा कि कुलदीप की वापसी होती या नहीं है? वैसे चहल और यादव की एकसाथ खेलने की संभावना कम ही है।
जहां तक न्यूजीलैंड का सवाल है तो कोलिन डि ग्रैंडहोम के पास प्रभाव छोड़ने का यह आखिरी मौका होगा। अंतिम 2 टी-20 मैच के लिए बल्लेबाज टॉम ब्रूस इस ऑलराउंडर की जगह लेंगे। ग्रैंडहोम इस श्रृंखला में बल्लेबाज के तौर पर खेले लेकिन उन्होंने 0 और 3 रन बनाए।
भारत के पहले 2 मैचों में सफलतापूर्वक लक्ष्य हासिल करने के बावजूद न्यूजीलैंड गेंदबाजों के प्रदर्शन से चिंतित नहीं है। उसकी सबसे बड़ी चिंता भारतीय गेंदबाजों विशेषकर जसप्रीत बुमराह से निबटना है। दोनों मैचों में उसके बल्लेबाज बुमराह की गेंदों को समझने में नाकाम रहे थे। न्यूजीलैंड का वैसे सेडन पार्क में रिकॉर्ड अच्छा रहा है। यहां अभी तक उसने जो भी 9 टी-20 मैच खेले हैं, उनमें से 7 में उसने जीत दर्ज की। वह भारत को अजेय बढ़त हासिल करने से रोकने की कोशिश करेगा।