इंग्लैंड के खिलाफ 'नंबर वन' बनने के लिए उतरेगी टीम इंडिया

Webdunia
बुधवार, 11 जुलाई 2018 (15:03 IST)
नॉटिंघम। विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय क्रिकेट टीम गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले मुकाबले में विजयी शुरुआत के लिए उतरेगी तो उसकी निगाहें इस प्रारूप में फिर से 'नंबर वन' बनने पर भी लगी होंगी।


भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों अपना 'नंबर वन' वनडे स्थान मई में गंवाना पड़ा था, लेकिन यदि वह इस सीरीज़ में 3-0 से क्लीन स्वीप कर लेती है तो वह फिर से 'नंबर वन' वनडे टीम बन जाएगी। हालांकि एक भी मैच हारने पर मेजबान टीम अपने शीर्ष स्थान पर कायम रहेगी।

स्टार बल्लेबाज़ विराट की अगुवाई वाली टीम इंडिया के लिए केवल नंबर वन वनडे स्थान हासिल करना ही अहम नहीं होगा बल्कि इंग्लैंड की स्विंग पिचों पर उसकी तैयारी भी परखने का यह अच्छा मौका है जहां एक वर्ष बाद आईसीसी वनडे विश्वकप खेला जाना है। भारत ने टी-20 सीरीज़ को 2-1 से और आयरलैंड के खिलाफ 2-0 से सीरीज़ जीतकर दौरे की अच्छी शुरुआत की है ले‍किन असल चुनौती उसकी अब मानी जा रही है।

भारत ने टी-20 सीरीज़ में एक मैच हारने के बाद वापसी की और ब्रिस्टल में जीत से उसने सीरीज़ कब्जाई तो साथ ही वनडे सीरीज़ से पूर्व उसका आत्मविश्वास भी मजबूत हुआ है। पिछली सीरीज़ में कप्तान विराट ने कई संयोजन प्रयोग किए थे तो अब वनडे सीरीज़ में भी उनके पास मध्यक्रम के लिए उचित संयोजन तलाशने का मौका होगा जिसे लेकर टीम मैनेजमेंट और कप्तान दोनों ही फिलहाल आश्वस्त नहीं हैं। विराट आमतौर पर नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं, लेकिन नंबर चार पर स्थिति स्थिर नहीं दिखती है।

संभव है कि वह आगामी सीरीज़ में लोकेश राहुल को नंबर तीन पर मौका दें। इससे पहले टी-20 सीरीज़ के पहले मैच में भी राहुल को तीसरे नंबर पर मौका दिया गया था जब उन्होंने नाबाद 101 रन की धुआंधार पारी खेली जबकि विराट खुद चौथे नंबर पर उतरे थे। कप्तान हालांकि अपने चौथे स्थान पर भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं और उन्होंने इस पायदान पर नाबाद 20, 47 और 43 रन की पारियां खेलीं।

ओपनिंग क्रम में रोहित शर्मा और शिखर धवन की विशेषज्ञ जोड़ी लगभग स्थिर है। दूसरी ओर अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी भी अपने छठे स्थान पर हमेशा उपयोगी साबित होते हैं, जबकि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या भी निचले क्रम पर अहम खिलाड़ी हैं जिनसे विराट सबसे अधिक प्रभावित दिखते हैं। टी-20 सीरीज़ में ओपनर रोहित की ब्रिस्टल में नाबाद 100 रन की पारी लाजवाब थी लेकिन उनके जोड़ीदार शिखर धवन फिलहाल फार्म में नहीं दिख रहे हैं जिन्होंने तीन मैचों में 5,10,4 रन की पारियां खेलीं।

उम्मीद की जा सकती है कि अनुभवी बल्लेबाज़ वनडे सीरीज़ में उम्मीद के मुताबिक खेलेंगे। गेंदबाज़ों को देखें तो मध्यम तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह उंगली की चोट के कारण वनडे सीरीज़ से भी बाहर हैं जिनकी जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में जगह दी गई है। निचले क्रम पर उपयोगी पारी खेलने के साथ गेंदबाज़ी में भी पांड्या से उम्मीद रहेगी जिन्होंने निर्णायक टी-20 में 38 रन पर सर्वाधिक चार विकेट लिए थे।

पांड्या अच्छी फार्म में हैं तो अन्य मध्यम तेज़ गेंदबाज़ सिद्धार्थ कौल भी पिछले मैच में दो विकेट लेकर उपयोगी रहे थे। इसके अलावा गेंदबाज़ों में स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र की जोड़ी से इंग्लिश बल्लेबाज़ों को उलझाने और विकेट निकालने की सबसे अधिक जिम्मेदारी रहेगी। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और उमेश यादव टीम की अन्य आक्रामक गेंदबाज़ी जोड़ी है।

दूसरी ओर अच्छे लाइनअप के अलावा भारतीय टीम को इस बार इंग्लैंड में मौसम की परिस्थितियों का भी मेजबान टीम की तुलना में अधिक फायदा मिल सकता है जहां इस बार सामान्य से अधिक गर्मी होने के कारण पिचें हरी नहीं बल्कि अधिक सूखी हैं और गर्म देश से आने वाली मेहमान टीम को फायदा पहुंचा सकती हैं।

भारतीय टीम के पास इस बार इंग्लैंड से वनडे सीरीज़ जीतकर अपना परफेक्ट-10 का रिकॉर्ड बनाने का भी मौका है। भारत ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ जून 2016 में तीन मैचों की सीरीज़ 3-0 से जीतने के बाद लगातार नौ द्विपक्षीय सीरीज़ जीती है और इंग्लैंड में सीरीज़ जीत के साथ वह लगातार 10 द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ जीतने का शानदार रिकॉर्ड अपने नाम कर लेगा।

भारत ने आखिरी बार जब 2014 में इंग्लैंड का दौरा किया था तब उसने पांच मैचों की वनडे सीरीज़ 3-1 से जीती थी। इंग्लैंड ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया से पांच मैचों की वनडे सीरीज़ में पहली बार 5-0 से क्लीन स्वीप की थी और उसकी कोशिश भारत के खिलाफ भी इसी लय को कायम रखने की होगी। हालांकि टी-20 सीरीज़ गंवाने से उसका हौसला पस्त हुआ है जिसका भारत को फायदा मिल सकता है।

इंग्लिश कप्तान इयोन मोर्गन अच्छे बल्लेबाज़ हैं तो दूसरे टी-20 में नाबाद 58 रन बनाकर 'मैन ऑफ द मैच' रहे एलेक्स हेल्स, ओपनिंग बल्लेबाज़ जो रूट, ऑलराउंडर बेन स्टोक्स तथा जोस बटलर के अलावा गेंदबाज़ों में आदिल राशिद, डेविड विली, लियाम प्लेंकेट और अनुभवी मोइन अली अहम होंगे। (वार्ता)

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