किशन आए धवन गए, 2021 टी-20 विश्वकप का 1 ओपनिंग स्लॉट लगभग बुक

Webdunia
सोमवार, 15 मार्च 2021 (13:25 IST)
पहले टी-20 में शिखर धवन ने अपने टी-20 करियर की सबसे धीमी पारी खेली (12 गेंदो में 4 रन) वहीं इशान किशन ने अपने टी-20 करियर का आगाज ही विस्फोटक पारी से किया, 32 गेंदो में 56 रन, जिसमें 5 चौके और 4 छक्के शामिल थे।इशान किशन को अपनी इस पारी के कारण मैन ऑफ द मैच का पुरुस्कार मिला।
 
यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने अपनी पारी से तहलका मचाया हो। अगर यह कहें कि आईपीएल 2020 की वह खोज रहें हैं तो गलत नहीं होगा। इस टूर्नामेंट में इशान ने 30 छक्के जडे थे। मुंबई इंडियन्स के धुआंधार सलामी बल्लेबाज किशन ने 14 मैचों में 57 की औसत से 516 रन बनाए थे। इस सीजन में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वह पांचवे पायदान पर थे। 
 
हाल ही में विजय हजारे टूर्नामेंट के एक मैच में इस बाएं हाथ के बल्लेबाज इशान किशन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर 94 गेंदो में 173 रन बना डाले थे। झारखंड की टीम खेलने वाले किशन ने यह पारी मध्यप्रदेश के खिलाफ खेली। इस पारी में इशान किशन ने 11 छक्के और 19 चौके जड़े। 
 
इशान किशन के गजब के स्ट्राइक रेट को राष्ट्रीय चयनकर्ता ज्यादा देर तक नजरअंदाज नहीं कर सके और टी-20 टीम में उनको शामिल किया। दूसरे टी-20 में अंतिम ग्यारह में स्थान बनाकर किशन ने न केवल अपना स्थान टी-20 विश्वकप 2021के लिए पक्का कर लिया है। 
 
शिखर धवन खेल भावना से ओत प्रोत कल बैंच पर बैठकर किशन के छक्के और चौकों पर ताली बजा रहे थे लेकिन इसका अंदाजा उन्हें भी है जैसे चहल ने अश्विन का टी-20 क्रिकेट का सफर रोक दिया है वैसे ही किशन को यहां से और मौके मिलेंगे और धवन के लिए अब टीम के किसी क्रम में जगह नहीं बनती है।
 
2019 से टी-20 और आईपीएल को मिला कर देखा जाए तो शिखर ने 133.43 के स्ट्राइक रेट से 854 रन बनाए हैं। उनका औसत भी महज 40.66 रहा है। 
 
कल हुए मैच में अगर किशन 6 रन और बना लेते तो वह डेब्यू पर टी-20 क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बन जाते। उनसे ज्यादा अजिंक्य रहाणे ने इंग्लैंड के खिलाफ ही साल 2011 में 61 रनों की पारी खेली थी। 
अगर भारत को टी-20 क्रिकेट विश्वकप में सफलता हासिल करनी है तो इशान किशन की एक बड़ी भूमिका होने वाली है। टी-20 में तेज रनों से रन बनाने वाले बल्लेबाजों की ही जरूरत है और किशन जैसे स्वभाविक स्ट्रोक्स खेलने वाले बल्लेबाज टीम की किस्तमत पलट सकते हैं।

यह बात पक्की हो चुकी है कि अगर किशन का फॉर्म बेहद ही खराब होता है तो ही चयनकर्ता वापस धवन की ओर देखेंगे। जिसकी संभावना लग नहीं रही है।मैच के बाद इशान किशन ने कहा कि बल्लेबाजी से आने से पहले उनका सिर्फ एक मंत्र था वह था खुलकर खेलना।(वेबदुनिया डेस्क)

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