नई दिल्ली। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा है कि उन्हें अपने दोस्त और टीम साथी फिलिप ह्यूज की मौत के बाद ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए था।
36 वर्षीय क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 115 टेस्ट, 245 वनडे और 34 ट्वंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद अगस्त 2015 के एशेज सीरीज समाप्त होते ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था जबकि उनके दोस्त और ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट मैच खेलने वाले ह्यूज की नवंबर 2014 में एक घरेलू मैच के दौरान गर्दन पर गेंद लगने से मौत हो गई थी।
क्लार्क ने 'वीकली रिव्यू' से कहा कि मुझे अगला मैच नहीं खेलना चाहिए था। मेरा करियर वहीं पर थम जाना चाहिए था। अपने दोस्त की मौत के बाद मैं बहुत टूट चुका था। मैं लंबे समय तक उसकी मौत के गम में डूबा रहा था। मैंने तब शोक नहीं जताया, क्योंकि मुझे उसके परिवार को देखना था। इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी का भी मेरे ऊपर जिम्मा था। (वार्ता)