शमी गत वर्ष नवंबर में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में घुटने की चोट के कारण बाहर हो गए थे। लेकिन अब वह अपने रिहैबिलिटेशन से खुश हैं और खुद को फिट महसूस कर रहे हैं। शमी अपनी इसी फिटनेस को साबित करने के लिये विजय हजारे ट्राफी के बाकी दो मैचों में बंगाल की तरफ से खेलेंगे। अपनी फिटनेस का आकलन करने के लिए बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में हैं।
शमी ने कहा,' टेस्ट में वापसी करने को लेकर मैं बहुत उत्सुक हूं। मैं अपनी फिटनेस साबित करना चाहता हूं इसलिए मैं यहां आया हूं। अगर मैं अपनी फिटनेस साबित कर लेता हूं तो विजय हजारे ट्रॉफी के अलावा मैं भारतीय टेस्ट टीम में भी वापसी कर सकता हूं।'