भारत बांग्लादेश के हाथों 2-0 से सीरीज गंवा चुका है। लेकिन एक कारण जो सबको झकझोर रहा है भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बॉडी लैंग्वेज। धोनी जो आजकल मैदान पर नजर आ रहे हैं, वैसे कभी नजर आए ही नहीं।
इसमें कोई शक नहीं है कि धोनी एक महान खिलाड़ी हैं और उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को एक टी-20 विश्वकप और क्रिकेट विश्व कप में जीत दिलाई है। लेकिन तब धोनी कुछ और थे और आज धोनी कुछ और हैं। 2007 में जब धोनी कप्तान बनें तो धोनी कोई बहुत बड़ा चेहरा नहीं थे, लेकिन कप्तान बनने के बाद उनकी सादगी और उनका टीम को एक ईकाई में लाकर जीत की ओर अग्रसर करना लोगों को खूब भाया।
शायद ही इतने सालों में किसी ने धोनी के संबंध में कोई लड़ाई-झगड़े की बात सुनी हो। लेकिन जो बांग्लादेश की सीरीज में देखने को मिला है, वह बिल्कुल विपरीत दिखाई देता है। आजकल विकटों के पीछे भी धोनी का टेंपरामेंट कुछ ठीक नहीं दिखाई देता। वे अब बेवजह ही अपील करने लगते हैं। ऐसा लगता है कि धोनी अब कुछ ज्यादा ही उतावले हो चले हैं। क्या धोनी का कप्तानी करियर अब पतन की ओर है? खैर ये वक्त जवाब देगा।