लंदन। इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज ओलिवर पोप का मानना है कि अगर गुरुवार से लॉर्ड्स में भारत के खिलाफ शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में उन्हें खेलने के लिए चुना जाता है तो उनकी कम उम्र कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए।
20 साल के इस बल्लेबाज ने इस सत्र में काउंटी चैंपियनशिप में सरे की ओर से 684 रन बनाए हैं और उन्हें बाएं हाथ के बल्लेबाज डेविड मलान की जगह टीम में शामिल किया गया है। पोप ने कहा, ‘सभी लोग हमेशा कहते हैं कि अगर आप अच्छे हैं तो आपकी उम्र भी ठीक है। यह कहानियां सुनना अच्छा लगता है कि कम उम्र में या काफी अधिक मैच खेलने से पूर्व (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट) खेलने वाले आप पहले नहीं हैं।
अतीत में देखें तो सचिन तेंदुलकर 16 या 17 साल (भारत के लिए पदार्पण) की उम्र में खेले। इस मामले में अगर देखा जाएगा तो वह काफी सफल खिलाड़ी हैं। मुझे लगता है कि यह निडरता है।’ उन्होंने कहा, ‘आप खेल के महान खिलाड़ियों से भी सुनते हैं, जैस कि एलिस्टेयर कुक ने जब पदार्पण किया तो वह 20 बरस के थे। इसलिए ऐसा नहीं है कि पहले कभी ऐसा नहीं हुआ।
उम्मीद करता हूं कि मैं मौके का फायदा उठाऊंगा। मैं अपने खेल को लेकर आश्वस्त हूं और अगले कदम के लिए तैयार हूं। मुझे लगता है कि अब तक मेरे लिए सत्र अच्छा रहा है और जिन लोगों से मैंने बात की है, उन्होंने मुझे अगला कदम उठाने के लिए मेरे खेल को लेकर मुझे भरोसा दिलाया है।’
इंग्लैंड टेस्ट टीम में पहली बार शामिल होने की सूचना के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘मुझे रविवार सुबह यह पता चला। मैं एसेक्स में सरे की ओर से टी20 खेलने जा रहा था। इससे एक दिन पहले मेरी कार का टायर पंचर हो गया और मुझे साथी खिलाड़ी के साथ जाना पड़ा। इसके बाद जब मैं अपनी कार में आया। मैंने देखा एड स्मिथ (इंग्लैंड के राष्ट्रीय चयनकर्ता) का नाम दिख रहा है और मुझे समझ आ गया कि क्या हो सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘इसके बाद हुई बात मुझे बमुश्किल याद है। मैंने अपने माता-पिता से बात की और वे नींद में थे।’ माना जा रहा है कि भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से निपटने के लिए पोप को टीम में शामिल किया गया है क्योंकि उन्हें स्पिन का अच्छा खिलाड़ी समझा जाता है।